भारत सुबूत पेश करे तो हम अवैध तरीके से रह रहे अपने नागरिकों को लेंगे वापस: गौहर रिजवी

कोलकाता, संवाददाता। राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देश में चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सलाहकार (अंतरराष्ट्रीय मामले) गौहर रिजवी ने कहा कि भारत अगर सुबूत पेश करेगा तो बांग्लादेश यहां गैरकानूनी तरीके से रह रहे अपने किसी भी नागरिक को वापस ले लेगा।


बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने भी पिछले रविवार को कहा था कि उनके देश ने भारत को अपने उन नागरिकों की सूची देने का अनुरोध किया है, जो उनके यहां गैरकानूनी तरीके से रह रहे हैं। बांग्लादेश उन्हें वापस लौटने की अनुमति देगा। सेना के पूर्वी कमान की ओर से आयोजित किए गए विजय दिवस समारोह में शिरकत करने कोलकाता आए रिजवी ने कहा-'मानक पद्धति यह है कि भारत को इस बाबत सुबूत पेश करना होगा। इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। बांग्लादेश में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और बौद्ध शांतिपूर्ण तरीके से साथ मिलकर रहते हैं। बांग्लादेश ने बहुलवादी, धर्मनिरेपक्ष और लोकतांत्रिक समाज के तौर पर नजीर पेश की है। हम अपनी प्रतिबद्धता से कभी नहीं भटके।'


एनआरसी पर रिजवी ने कहा-'भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें इस मसले पर चिंता नहीं करने को कहा है। भारत के साथ हमारी दोस्ती पिछले 50 वर्षों से है। भारत हमेशा हमारे साथ रहा है और भविष्य में भी रहेगा। 1971 में भारत के सहयोग के बिना बांग्लादेश को मुक्ति नहीं मिली होती। दुनिया में ऐसे बहुत कम उदाहरण हैं, जहां एक देश के लोगों ने दूसरे देश की आजादी के लिए अपना खून बहाया हो।' राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर बंगाल में शुरू हुए हिंसक प्रदर्शन का दौर मंगलवार को भी जारी रहा। बसों और ट्रेनों में आग लगाए जाने के कारण उत्तर बंगाल रूट की ट्रेन सेवा लगभग ठप हो गई है। यही कारण है कि लोग सड़क मार्ग से अपने घरों को जाने के लिए लोग बड़ी संख्या में धर्मतल्ला बस स्टैंड पर पहुंच रहे हैं। हालांकि लोगों की बढ़ती संख्या को देख सरकारी और गैर सरकारी बसों के किराए में भी बेतहाशा वृद्धि हो गई है। बसों की कमी को पूरा करने के लिए दीघा, बीरभूम, बर्दवान, मालदा, बहरमपुर रूट की बसों को भी सिलीगुड़ी रूट पर चलाना पड़ रहा है।