100वें जन्मदिन पर कर्नल (रिटा.) पृथीपाल ने ताजा की पुरानी यादें, कहा- जंग में भी चोरी करते थे पाकिस्तानी फौजी

 

अपना 100वां जन्मदिन मनाते कर्नल (रिटा.) पृथीपाल सिंह गिल। जागरण

देश की तीनों सेना में अपने शौर्य और पराक्रम की छाप छोड़ने वाले कर्नल (रिटा.) पृथीपाल सिंह गिल ने गत दिवस चंडीगढ़ में अपना 100वां जन्मदिन मनाया। इस दौरान उन्होंने भारत-पाक युद्ध से जुड़ी यादें ताजा की ।

चंडीगढ़ [विकास शर्मा]। तीनों सेनाओं में शौर्य दिखाने वाले देश के इकलौते सैन्य अफसर कर्नल (रिटा.) पृथीपाल सिंह गिलने गत दिवस अपने सेक्टर 35 स्थित घर में 100वां जन्मदिन मनाया। इस दौरान उनके परिवारिक सदस्यों के साथ उनके दोस्त भी शामिल रहे।

पृथीपाल ने साल 1942 में रॉयल इंडियन एयरफोर्स बतौर पायलट ज्वाइन की थी। वह कराची में फ्लाइट कैडेट थे, उस जमाने में लोग एयर क्रैश से काफी डरते थे, इसलिए पिता की जिद्द पर उन्होंने एक साल बाद नौकरी छोड़ दी और 23 साल की उम्र में इंडियन नेवी ज्वाइन की। वह 1943 से 1948 तक नेवी में रहे। साल 1951 में वह सेना की आर्लिटरी रेजिमेंट का हिस्सा बने। उन्होंने भारत पाक युद्ध में, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और नोर्थ ईस्ट में रहते हुए कई साल तक देश की सीमाओं की रक्षा की और साल 1970 में कर्नल के पद रिटायर हुए।

पृथीपाल बोले- जंग में भी चोरी करने से बाज नहीं आए थे पाकिस्तान फौजी

पृथीपाल ने बताया कि साल 1965 में पाक के साथ युद्ध के समय वह 71 मीडियम रेजिमेंट में गनर ऑफिसर थे। इस युद्ध का एक शानदार वाकया आज भी मुङो याद आता है। युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सैनिक हमारी गन की बैटरियां चुरा ले गए, जब हमें इस बात की जानकारी लगी तो हमने उनका काफी दूर तक पीछा किया और उन्हें मौत के घाट उतारकर अपनी बैटरियां ले आए। युद्ध के मैदान भी चोरी का यह सारा घटनाक्रम आज भी जब मुझे याद आती है तो जोर से हंसी छूट जाती है।

फील्ड मार्शल सैम मॉनेकशा के साथ थी पृथीपाल की गहरी दोस्ती

पृथीपाल ने बताया कि मॉनेकशा के साथ उनकी गहरी दोस्ती थी। जब वह इम्फाल के सेक्टर में सैन्य कमांडर हुआ करते थे, तब वहीं पर सैम मॉनेकशा के साथ दोस्ती हुई, हम दोनों ने कई बार मिलकर शिकार किया। उनमें फैसले लेने की अद्भुत शक्ति थी।

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर दी जन्मदिन की मुबारकबाद

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी ट्वीट कर पृथीपाल सिंह को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने देश की तीनों सेनाओं में सेवाएं देने के लिए उनके अतुलनीय योगदान के लिए सराहा और सबके लिए प्ररेणास्त्रोत बताया। कैप्टन ने उनके दीर्घायु व अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारियों के हाथों उनके घर फूलों का गुलदस्ता और ट्रॉफी भी भेजी।