मुठभेड़ के बाद काबू में आए दो कुख्यात झपटमार, पहले से दर्ज हैं पांच दर्जन से ज्‍यादा केस

 आरोपितों में से एक अर्जुन पर दर्ज हैं 69 मामले।


अर्जुन आदर्श नगर थाना क्षेत्र का घोषित अपराधी है जिस पर दिल्ली व आसपास के अन्य थानों एक दो नहीं बल्कि 69 मामले दर्ज हैं। इसे उत्तर प्रदेश पुलिस मकोका व गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है।

नई दिल्ली। द्वारका जिला पुलिस लूट व झपटमारी के कई वारदात अंजाम दे चुके दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में से एक अर्जुन आदर्श नगर थाना क्षेत्र का घोषित अपराधी है जिस पर दिल्ली व आसपास के अन्य थानों एक दो नहीं बल्कि 69 मामले दर्ज हैं। इसे उत्तर प्रदेश पुलिस मकोका व गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। दूसरे आरोपित आशीष उर्फ गोलू पर भी दिल्ली के अलग अलग थानों में 16 मामले दर्ज हैं। एक आरोपित के पास से पुलिस ने पिस्टल भी बरामद किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से वह मोटरसाइकिल बरामद करने में सफलता पाई है जिसपर सवार होकर ये झपटमारी की वारदात अंजाम देते थे। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने दो स्कूटी भी बरामद किए हैं।

अर्जुन को उत्तर प्रदेश पुलिस मकाेका व गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले कर चुकी है गिरफ्तार 

द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीणा ने बताया कि आरोपितों को दबोचने के दौरान एक मुठभेड़ भी हुई जिसके बाद ये काबू में आए। मुठभेड़ के दौरान जेल बेल रिलीज व साइबर सेल में तैनात हेड कांस्टेबल राकेश जब दोनों बदमाशों को काबू करने का प्रयास कर रहे थे, तभी एक बदमाश ने इनके उपर पिस्टल तान दी और गोली चलाने की धमकी दी। लेकिन, राकेश ने हिम्मत दिखाते हुए दोनों को काबू कर लिया और अर्जुन से पिस्टल बरामद कर ली। पूछताछ में आरोपितों से पता चला कि हाल फिलहाल इन्होंने झपटमारी के दस वारदात अंजाम दिए हैं। झपटमारी व लूटपाट से हासिल पैसे को ये खुलकर खर्च करते थे। ये बदमाश अपनी महिला मित्राें को मुंबई से फ्लाईट का टिकट भेजकर बुलाते थे। उनके साथ खूब खरीददारी करते थे। इसके अलावा ये खुद भी ये अपने चेहरे को चमकाने पर काफी खर्च करते थे।

काफी दिनों से पुलिस रख रही थी इनपर नजर

हाल फिलहाल द्वारका इलाके में झपटमारी की बढ़ी वारदातों को देखते हुए पुलिस इन बदमाशों पर कई दिनों से नजर रख रही थी। इलाके में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को पुलिस खंगालकर इन्हें दबोचने के प्रयास में थी। इसके लिए इंस्पेक्टर महेंद्र मिश्रा के नेतृत्व व एसीपी विजय सिंह की देखरेख में गठित टीम में शामिल जेल बेल रिलीज एवं साइबर सेल में तैनात हेड कांस्टेबल राकेश को सूचना मिली कि दो बदमाश द्वारका में झपटमारी की वारदात अंजाम देने आ रहे हैं।