सौ से अधिक वारदात को अंजाम दे चुके ठक-ठक गिरोह का सरगना गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की तरफ से था 20 हजार का इनाम।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शिबेश सिंह के मुताबिक दानिश काशीराम कालोनी हापुड़ रोड मेरठ उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। इसने पहले मेरठ में ही कढाई का काम शुरू किया। बाद में दिल्ली आकर ऑटो चलाना शुरू किया।

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 100 से अधिक मामले को अंजाम दे चुके ठक-ठक गिरोह के सरगना दानिश उर्फ मुन्ना को जामा मस्जिद इलाके से गिरफ्तार किया है। इस पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 20 हजार रुपये का इनाम था। इसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने ठक-ठक गिरोह द्वारा किए गए 27 मामले सुलझाने का दावा किया है।

एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शिबेश सिंह के मुताबिक दानिश काशीराम कालोनी, हापुड़ रोड, मेरठ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। इसने पहले मेरठ में ही कढाई का काम शुरू किया। बाद में दिल्ली आकर ऑटो चलाना शुरू किया। उक्त पेशे से भी गुजारा नहीं चलने पर जल्द अत्यधिक पैसा कमाने के मकसद से ठक-ठक गिरोह बना वाहनों से मोबाइल, नगदी व कीमती सामानों से भरा बैग चोरी करने का काम शुरू कर दिया। इसके गिरोह में 20 से अधिक सदस्य है, जिनमें कई को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

पुलिस का कहना है कि हाल ही में दानिश ने तीन वारदात को अंजाम दिया था। चार मार्च को चेतन शर्मा ने कोतवाली थाने में एफआइआर कराई थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि चांदनी चौक में उन्होंने घर जाने के लिए ऑटो लिया था। शीशगंज गुरुद्वारे के पास पहुंचने पर एक युवक अचानक ऑटो के सामने आ गया। उसने चालक से पैर पर ऑटो चढाने की बात बता झगड़ा करना शुरू कर दिया। झगड़ा होते देख चेतन शर्मा ऑटो से बाहर निकल बीच बचाव करने लगे। ध्यान बंटते ही एक अन्य बदमाश ऑटो में रखा उनका बैग लेकर भाग खड़े हुए। बैग में मोबाइल, नगदी व अन्य कीमती सामान था।

चेतन शर्मा की नजर पड़ने पर उन्होंने खदेड़ कर युवक को दबोच लिया। उसके पास से सभी सामान बरामद हो गया। उसकी पहचान वसीम के रूप में हुई। पूछताछ में उसने बताया कि दानिश के लिए काम करता है। दानिश ठक-ठक गिरोह का सरगना है। डीसीपी भीष्म सिंह, एसीपी पंकज सिंह व इंस्पेक्टर विकास राणा के नेतृत्व में एसआइ हरबीर सिंह, मनोज कुमार, मंजू बाला, एएसआइ जयप्रकाश, हवलदार योगेंद्र सिंह धर्मवीर व सिपाही सत्यम की टीम ने दानिश के ठिकाने का पता लगा दिल्ली व मेरठ में कई बार छापेमारी की किंतु वह नहीं मिला।

10 दिसंबर को पुलिस टीम की सूचना मिली कि दानिश जामा मस्जिद इलाके में वारदात को अंजाम देने आने वाला है। वहां से उसे दबोच लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि दिल्ली में ऑटो चलाने के कारण उसे रूटों के बारे में अच्छी जानकारी थी। लिहाजा वह ऐसे रूटों पर वारदात करता था जहां से भागने में आसानी हो। उसके पास से एक स्कूटी व सात मोबाइल बरामद किए गए।