आगरा में अनोखे घर, दीवारों में कच्ची शराब, रसोई में चूल्हे के नीचे देशी पौवे

 

गांवों में शौकीनों के लिए खोद रहे शराब के कुएं। फाइल फोटो
 पुलिस को चकमा देने के लिए अजब-गजब तरीके अपना रहे शराब तस्कर। गांवों में शौकीनों के लिए खोद रहे शराब के कुएं। शहरों में दीवारों और किचन की स्लैब में चुनवा रहे शराब के पौवे।

आगरा,  संवाददाता। आगरा में शराब तस्कर पुलिस को चकमा देने का हर तरीका अपना आजमा रहे हैं। गांव में वह शौकीनों के लिए शराब का कुओं खोद रहे हैं। वहीं शहरों में घरों की दीवारों में कच्ची शराब चुनवा रहे हैं। रसोई में चूल्हे के नीचे देशी शराब रखने के लिए विशेष तहखाना बना रहे हैं।इसने पुलिस को भी हैरानी में डाल दिया है। वह अब शराब तस्कराें को पकड़ने के लिए हर दांव आजमा रही है। तस्करों के इन नए तरीकों से पुलिस हैरान और परेशान है।

आगरा के बाह के गांव चौसिंगी में नौ दिसंबर को पुलिस ने तस्करों द्वारा खोदा गया 40 फीट गहरा शराब का कुएं का पता लगाया था। उसमें से 45 पेटी देशी शराब बरामद की थी। तस्कर ने शराब के शौकीनों के लिए यह कुआ खोदा था। ठेकों के बंद होने के बाद वह शौकीनों को दोगुने दाम में इस कुएं से शराब देता था। इसके चलते शराब के शौकीनों की वहां पर दिन हो या रात लाइन लगी रहती थी।

वहीं, ताजगंज के बसई खुर्द में एक मकान की दीवारों में पुलिस को कच्ची शराब मिली थी। दीवारों में चुने गए शराब के पौवों की बरामदगी की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। पुलिस को मुखबिर ने घर में शराब का भंडार होने की पुख्ता सूचना दी थी। सीओ सदर महेश कुमार टीम ने घर पर टीम के साथ छापा मारा था। पुलिस ने पूरा घर छान मारा था। शराब का नामोनिशान नहीं मिला था। मगर, मुखबिर का दावा था कि शराब घर में ही छिपी हुई है। इसके बाद पुलिस ने घर के सभी कमरों के फर्श को भी चेक कर लिया। वहां भी कुछ हाथ नहीं आया था।

मगर, एक कमरे के दरवाजे के पास से निकलते ही उन्हें शराब की गंध सी महसूस होती। पुलिस को लगता कि यह उसका भ्रम है। मगर, गंध इस बात की तस्दीक कर रही थी कि दीवारों में कुछ तो राज है। इस पर पुलिस ने दीवार को तोड़ने का फैसला किया। दीवार को तोड़ा गया तो उसमें से कई सौ लीटर कच्ची शराब के पौवे बरामद किए। इसी इलाके में एक सप्ताह बाद पुलिस ने दोबारा छापा मारा। इस बार भी घर से कच्ची शराब की बिक्री होने की पुख्ता सूचना पुलिस को मिली थी। उसने घर के फर्श और दीवारों को चेक कर लिया। मगर, वहां से उसे शराब की एक बूंद बरामद नहीं हुई।पुलिस ने रसोई की तलाशी ली, किचन की स्लैब की मोटाई सामान्य से ज्यादा होने पर उसे शक हुआ। स्लैब को तोड़ा तो उसमें से करीब 100 लीटर देशी शराब मिली। यह शराब गैस का चूल्हा रखने वाली स्लैब में छिपाई गई थी।

पारंपरिक है जमीन में शराब छिपाने का तरीका

शराब तस्करों का जमीन खोदकर उसमें शराब छिपाकर रखने का तरीका पारंपरिक माना जाता है। मगर, समय के साथ वह हाईटेक हो गए। उन्होंने जमीन में शराब छिपाने का पुराना तरीका बदल दिया है। वह शहराें में घरों की दीवारों और किचन को अपने गोदाम के रूप में प्रयोग करने लगे हैं।