सीएम योगी ने किया कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण
इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार में सीएम देश के पहले कैलास मानसरोवर भवन का लोकार्पण करेंगे।

उत्‍तर प्रदेश के सीएम आदित्‍यनाथ योगी कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण करने के लिए थोड़ी देर में गाजियाबाद के इंदिरापुरम आने वाले हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले कैलाश मानसरोवर भवन को फूल-माला व लाइटों से सजा दिया गया है।

इंदिरापुरम, गाजियाबाद । उत्‍तर प्रदेश के सीएम आदित्‍यनाथ योगी ने कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया।  गाजियाबाद के इंदिरापुरम में बना यह भवन सीएम के ड्रीम प्रोजेक्‍ट में एक है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से पहले कैलाश मानसरोवर भवन को फूल-माला व लाइटों से सजा दिया गया है। मुख्यमंत्री शनिवार की शाम को भवन का लोकार्पण करेंगे। वहीं, कैलाश मानसरोवार भवन को आने वाले मार्गो पर खराब स्ट्रीट लाइटों को ठीक कर दिया गया है। सड़क के डिवाइडर पर फूलदार गमले रख दिए गए हैं। साफ-सफाई कर सड़कों को चमका दिया गया है। भवन के पास खाली स्थान पर कुछ मिट्टी व अन्य निर्माण सामग्री पड़ी हुई थी। सामग्री हटाकर उसे समतल कर दिया गया है। कैलाश मानसरोवर भवन के आगे कच्चा फुटपाथ था। इस फुटपाथ पर शुक्रवार को टाइल्स लगाई गईं। टाइल्स लगाने के लिए दो दर्जन से ज्यादा मजदूर लगाए गए।

बनाया गया मंच

मुख्यमंत्री के लिए मंच तैयार कर दिया गया है। भवन परिसर में ही मंच तैयार किया गया है। मंच बनाते समय पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की खास निगरानी रही। मंच के सामने बैठने के लिए कुर्सी बिछा दी गई हैं। मंच के बाई तरफ मीडियाकर्मियों के बैठने का इंतजाम किया गया है।

फूलमालाओं से सजाया भवन

भवन को सजाने के लिए बड़ी संख्या में फूल मालाएं बनवाई गईं। भवन को कई तरह के फूल से बनी मालाओं से सजाया गया। इसके अलावा भवन में भोजन की व्यवस्था भी रहेगी। भवन को रंगीन लाइटों से भी सजाया गया है। रात में भवन जगमग हो गया। भोजन के लिए भवन में ही व्यवस्था की गई है।

क्‍या है मानसरोवर भवन की खासियत

बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम से एक नई इबारत लिखने जा रहे हैं। इंदिरापुरम के शक्ति खंड चार में सीएम देश के पहले कैलास मानसरोवर भवन का लोकार्पण करेंगे। फाइव स्टार होटल की सुविधाओं वाले भवन में यात्रियों को रहने के साथ योग और ध्यान लगाने जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। सिर्फ कैलास मानसरोवर ही नहीं बल्कि चार धाम और लेह लद्दाख की यात्रा पर जाने वाले लोग भी इसका लाभ ले सकेंगे।

कैलास मानसरोवर भवन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल है। सितंबर 2017 में सीएम ने ही इसका शिलान्यास किया था। दावा किया गया था कि महज एक से डेढ़ साल में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। लाकडाउन की बाधा के बाद भी दो साल चार माह में इसका निर्माण पूरा कर लिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को इसका लोकार्पण करने आ रहे हैं। हालांकि कोरोना महामारी के नियमों को देखते हुए चुनिंदा अधिकारी, भाजपा पदाधिकारी और 30 कैलास मानसरोवर यात्री ही लोकार्पण कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

भक्ति और योग का दिखेगा अद्भुत संगम

नौ हजार वर्गमीटर भूमि पर बने भवन का निर्माण जयपुरी पत्थरों से किया गया है। इसमें कुल 46 कमरे चार सीटर, 48 कमरे दो सीटर हैं। एक बार में कुल 280 लोग यहां रुक सकेंगे। भवन की एंट्री से लेकर हर कमरे तक में भगवान शंकर के भक्ति गीत सुनाई देंगे। इसके साथ ही यहां आने वाले यात्री योग और ध्यान का भी लाभ ले सकें, इसके लिए अलग-अलग हाल का निर्माण किया गया है। यहां आने वाले यात्रियों के लिए 188 कारों की पार्किग भी बनाई गई है। चार मंजिला भवन केंद्रीयकृत वातानुकूलित होगा।

स्वीकृत से कम लागत में हुआ तैयार

कैलास मानसरोवर भवन उन परियोजनाओं में भी शामिल हो गया है जो स्वीकृत से भी काम लागत में पूरी कर ली गईं हैं। भवन निर्माण के लिए 69.48 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसका निर्माण 62.34 करोड़ रुपये में पूरा कर लिया गया है।