केरल में स्थानीय निकाय चुनावों के दूसरे चरण में पयार्वरण को सुरक्षित रखने के लिए संदेश दिया गया। गुरुवार को आयोजित इस चुनाव के दौरान हरिता बूथ की स्थापना की गई। इन बूथ के जरिए संदेश दिया गया कि हमें पर्यावरण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
तिरुवनंतपुरम, एएनआइ। केरल में गुरुवार को आयोजित किए गए स्थानीय निकाय चुनावों के दूसरे चरण के दौरान राज्य भर में 'हरिता बूथ' की स्थापना की गई। इन बूथ के जरिए पर्यावरण के बारे में संदेश किया गया। सुचित्वा मिशन के तहत इन बूथों का ओयजन किया गया था। सुचित्वा मिशन के प्रोग्राम ऑफिसर धन्या जोसी ने कहा, "हम संदेश देना चाहते हैं कि हमें पर्यावरण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और कचरे को कम करना चाहिए'।
बता दें कि बीते दिन केरल में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए पांच जिलों
में दूसरे दौर का मतदान किया गया था। कोट्टायम एर्नाकुलम त्रिशूर पलक्कड़
और वायनाड में 451 स्थानीय निकायों में 8116 वार्डों के लिए मतदान आयोजित
किए गए थे। वोटिंग के लिए 12643 मतदान केंद्र बनाए गए थे। 473 संवेदनशील
मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग भी हुई। चुनाव ड्यूटी के लिए कुल 63,187
कर्मियों को तैनात किया गया था। मतदान सुबह सात बजे से शुरू हुआ है और शाम
छह बजे तक चला था।
बता दें कि एर्नाकुलम जिले में 111 स्थानीय निकायों में 2,045 वार्ड हैं। इसमें कोच्चि निगम शामिल है। जिले में 3,132 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 272 संवेदनशील बूथ हैं। जिले में चुनाव ड्यूटी के लिए 15,660 कर्मियों को तैनात किया गया था।
14 दिसंबर को अंतिम चुरण का मतदान
बता दें कि राज्य में तीन-चरण के चुनाव हैं। पहले चरण में 72.7 फीसद मतदाताओं ने मतदान किया। अंतिम चरण में 14 दिसंबर को मतदान होगा। 16 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी। पहले चरण के चुनाव में मंगलवार को पांच जिलों में वोटिंग हुई। इस दौरान तिरुवनंतपुरम में 69.76 फीसद मतदान हुआ। कोल्लम में 73.41 फीसद, पठानमथिट्टा में 69.70 फीसदी मतदान हुआ।अलप्पुझा 77.23 प्रतिशत और इडुक्की 74.56 प्रतिशत मतदान हुआ। कोल्लम निगम में मतदान 59.73 प्रतिशत रहा, जबकि तिरुवनंतपुरम निगम में 66.06 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।