निगम का ढाई हजार करोड़ माफ करना कर्मचारियों के साथ अन्याय : मुकेश गोयल
कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल की फाइल फोटो

आप ने कहा है कि उत्तरी नगर निगम 2012 से 2019 तक दक्षिणी नगर निगम से कई बार पत्राचार करके बकाया राशि मांग चुका है लेकिन अब अचानक इसे माफ कर दिया। दिल्ली की जनता के साथ इससे बड़ा धोखा कुछ और नहीं हो सकता है।

नई दिल्ली,  संवाददाता। उत्तरी दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस दल के नेता मुकेश गोयल ने उत्तरी निगम द्वारा दक्षिणी निगम को ढाई हजार करोड़ रुपये की माफी दिए जाने पर कड़ी आपत्ति की है। गोयल ने इसे निगम कर्मचारियों के साथ अन्याय बताया है क्योंकि 2457 करोड़ रुपये की राशि आने से निगम की आर्थिक स्थिति को ठीक किया जा सकता था। उन्होंने कहा, बिना स्थायी समिति और सदन में प्रस्ताव लाए ही बकाया खत्म करना उचित नहीं है। उत्तरी निगम को यह राशि सिविक सेंटर के किराये रूप में दक्षिणी निगम से मिली थी, लेकिन निगमायुक्त के बजट में इस राशि का जिक्र ही नहीं किया गया।

उन्होंने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री आवास पर 13 हजार करोड़ के बकाये के लिए धरने की राजनीति महापौर कर रहे हैं वहीं, ढाई हजार करोड़ माफ करके निगम कर्मचारियों के हक का पैसा माफ कर दिया है। इससे कर्मचारियों के वेतन की समस्या का समाधान किया जा सकता था। निगम के कर्मचारियों चार माह से वेतन नहीं मिला है। कांग्रेस दल के नेता ने कहा कि अगर यह पैसा बनता नहीं था तो फिर बीते वर्षो में इस फंड की मांग को लेकर दक्षिणी निगम को नोटिस क्यों दिए गए।

आप ने लगाया आरोप कि निगम ने दिया हास्यास्पद जवाब

वहीं, आम आदमी पार्टी ने कहा है कि उत्तरी नगर निगम ने दक्षिणी नगर निगम पर बकाया 2457 करोड़ रुपये माफ कर देने को लेकर हास्पास्पद बयान दिया है। उत्तरी नगर निगम ने तर्क दिया है कि चूंकि दोनों नगर निगम के आयुक्त एक ही हैं, इसलिए उसने दक्षिणी नगर निगम पर बकाया 2457 करोड़ माफ कर दिया है।

आप का कहना है कि भाजपा इस तरह का बेतुका तर्क देकर दिल्ली की जनता का मजाक उड़ा रही है और कह रही है कि वो जनता के पैसों का कुछ भी करे, जनता उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। आप ने कहा है कि उत्तरी नगर निगम 2012 से 2019 तक दक्षिणी नगर निगम से कई बार पत्राचार करके बकाया राशि मांग चुका है, लेकिन अब अचानक इसे माफ कर दिया। दिल्ली की जनता के साथ इससे बड़ा धोखा कुछ और नहीं हो सकता है।