किसान आंदोलन में कूदे महाराष्‍ट्र के सैकड़ों किसान, उद्धव ठाकरे के मंत्री कर रहे नेतृत्‍व

 हरियाणा-राजस्थान सीमा को सील कर दिया है।


सरकार ने बीवां गांव स्थित हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात कर किसानों को सीमा में प्रवेश करने के लिए निषेध कर दिया है। मौके पर एसडीएम व तहसीलदार सहित पुलिस के आलाधिकारी बने हुए हैं। महाराष्ट्र से 500 किसान दिल्ली की तरफ कूच करने के लिए निकले हैं।

 फिरोजपुर झिरका (नूंह-मेवात)। कृषि कानून के विरोध में किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को महाराष्ट्र के किसानों का एक जत्था दिल्ली कूच करने के लिए हरियाणा-राजस्थान सीमा पर पहुंचा। इन किसानों के जत्थे का नेतृत्व महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार में राज्य मंत्री बच्चू कडू कर रहे हैं। उधर किसानों के राज्य की तरफ आगमन की सूचना से हरियाणा सरकार अलर्ट हो गई। 

सीमा पर तैनात हुए भारी पुलिस बल

सरकार ने बीवां गांव स्थित हरियाणा सीमा पर भारी पुलिस बल तैनात कर किसानों को सीमा में प्रवेश करने के लिए निषेध कर दिया है। मौके पर एसडीएम व तहसीलदार सहित पुलिस के आलाधिकारी बने हुए हैं। जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र से करीब 500 किसान दिल्ली की तरफ कूच करने के लिए निकले हुए हैं। यह किसान बुधवार की शाम भरतपुर पहुंचे यहां जब वह मथुरा की ओर बढ़े तो उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन्हें रोक दिया।

मथुरा में रोके जाने के बाद हरियाणा की तरफ बढ़े किसान

पुलिस द्वारा रास्ता रोके जाने पर किसानों का रुख हरियाणा की सीमा की तरफ बढ़ा, लेकिन यहां भी पुलिस तैनात होने के चलते किसान हरियाणा-राजस्थान सीमा पर डेरा जमाकर बैठ गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसानों का जत्था हरहाल में हरियाणा के रास्ते दिल्ली जाना चाहता है। लेकिन, सीमा पर हरियाणा पुलिस के पहरे को देखकर लगता है कि किसान शायद ही यहां से प्रवेश कर दिल्ली की तरफ निकल सकेंगे।

सीमा को किया गया सील 

किसानों के जत्थे के आगमन की सूचना के पश्चात जिला प्रशासन ने बीवां गांव स्थित हरियाणा-राजस्थान सीमा को सील कर दिया है। प्रशासन ने यहां एहतियातन के तौर पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया है। सीमा के अंदर प्रवेश कर रहे सभी वाहनों की पुलिस द्वारा गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। जांच पड़ताल के बाद ही वाहनों को हरियाणा सीमा में प्रवेश करने दिया जा रहा है। पुलिस की शक्ति को देखकर लगता है कि प्रशासन यहां किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है।