केंद्रीय मंत्री दानवे के चीन-पाक वाले बयान पर राज्यमंत्री बच्चू कडू को आया गुस्‍सा कहा- घर में घुसकर पीटेंगे

 केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे के बयान पर राज्यमंत्री बच्चू कडू ने जाहिर किया गुस्‍सा


किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि किसानों को भड़काया जा रहा है। किसान आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्‍तान का हाथ है।

मुंबई, एएनआइ। केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा नेता रावसाहेब दानवे ने बुधवार को एक चौंकाने वाला बयान दिया जिसमें दावा किया गया कि किसानों के आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने यह भी कहा कि यह किसानों का आंदोलन नहीं है, किसानों को भड़काया जा रहा है। राज्यमंत्री बच्चू कडू ने उनके बयान पर गुस्सा जाहिर किया है। कडू ने कहा कि पिछली बार जब उन्होंने ऐसा बयान दिया था, तो हमने उनके घर का घेराव किया था। अब लग रहा है कि हमें उनके घर में जाकर उन्‍हें पीटना होगा।

 शिवसेना संजय राउत ने भी दी प्रतिक्रिया 

शिवसेना नेता संजय राउत ने भी केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के किसान आंदोलन के पीछे चीन और पाकिस्‍तान का हाथ वाले बयान पर प्रतिक्रया जाहिर करते हुए कहा कि अगर ऐसा है तो रक्षा मंत्री को तुरंत चीन और पाकिस्‍तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर देनी चाहिए। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और सशस्त्र बल के प्रमुखों को भी इस मामले पर गंभीरता से चर्चा करने की जरूरत है।

शिवसेना प्रवक्ता अरविंद सावंत ने ली चुटकी 

केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के इस बयान पर शिवसेना प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने भी चुटकी लेते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने का असर भाजपा नेताओं पर दिख रहा है ये नेता अब होश खो बैठे हैं इसलिए उन्‍हें पता ही नहीं कि वो क्‍या बोल रहे हैं।

क्‍या है मामला

महाराष्ट्र के जालना में बुधवार को स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करने गए केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने किसान आंदोलन को लेकर बयान दिया था कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान जो विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं इसके पीछे चीन और पाकिस्‍तान का हाथ है। केंद्रीय मंत्री दानवे ने ये भी कहा था कि इससे पहले संशोधित नागरिकता अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरणको लेकर मुसलमानों को भड़काया गया था। हालांकि, ये प्रयास असफल रहा था। अब इसी तरह किसानों को गुमराह किया जा रहा है उन्‍हें बताया गया है कि नया कानून नुकसान पहुंचाने वाला है।