बिहार में कैबिनेट विस्तार में विलंब पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इसका कारण बीजेपी का प्रस्ताव नहीं देना है। इसके बाद पक्ष-विपक्ष में सियासत गरमा गई है। आरजेडी व कांग्रेस ने नीतीश कुमार को कमजोर बताते हुए तंज कसा है तो बीजेपी ने भी सफाई दी है।
पटना, बिहार डिजिटल डेस्क। बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उनके अनुसार इसमें विलंब भारतीय जनता पार्टी का प्रस्ताव नहीं आने के कारण हो रहा है। बीजेपी का प्रस्ताव आने के बाद इसपर फैसला होगा। मुख्यमंत्री के इस बयान पर बिहार में सियासत दिख रही है। राष्ट्रीय जनता दल व कांग्रेस ने सरकार में मुख्यमंत्री की हैसियत को लेकर तंज कसा है। आरजेडी ने सलाह दी है कि नीतीश कुमारअब तेजस्वी यादव का राजतिलक कर राष्ट्रीय राजनीति में चले जाएं।
'तेजस्वी का राजतिलक कर देश की राजनीति में जाएं नीतीश'
आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिए बयान पर कहा है कि बीजेपी नीतीश कुमार को घेरने में लग गई है। बीजेपी का मकसद नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड को 43 से 13 सीटों पर लाना है। नीतीश कुमार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अभी भी समय है, वे तेजस्वी यादव का बिहार में राजतिलक कर खुद देश की राजनीति में चले जाएं।
'बीजेपी के सामने असहाय प्राणी होकर रह गए नीतीश कुमार'
मंत्रिमंडल विस्तार पर नीतीश कुमार के बयान पर कांग्रेस ने भी तंज कसा है। कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब असहाय प्राणी होकर रह गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार उनका विशेषाधिकार है, लेकिन इसके निए वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के आदेश की प्रतीक्षा में हैं। इस बार उनकी अंतरात्मा नहीं जग रही है। वे फिर अपनी अंतरात्मा जगाएं और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें।
मुख्यमंत्री के बयान व विपक्ष के हमलों पर बीजेपी ने दी सफाई
इस बाबत बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर ने भी सफाइ दी है। मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए उन्होंने कहा है कि अंतिम फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही करेंगे। एनडीए में किसी गतिरोध से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार का फैसला उचित समय पर हो जाएगा।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम नीतीश ने कही थी ये बात
विदित हो कि मंगलवार को पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए वे बीजेपी के प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं। बीजेपी का प्रस्ताव आने पर बातचीत कर इसपर निर्णय किया जाएगा।