छत्तीसगढ़ पुलिस में चयनित हुए 15 किन्नर, आरक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजे हुए घोषित, पहली बार थर्ड जेंडर का हुआ चयन

 

छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग ने सोमवार को आरक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए।

जिला पुलिस बल केआरक्षक संवर्ग के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए 29 दिसंबर 2017 को विज्ञापन जारी किया गया था। 28 जनवरी से 11 फरवरी 2021 तक आरक्षक भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई। अभ्यर्थियों के शारीरिक दक्षता का परीक्षण राजधानी रायपुर में किया गया।

रायपुर, राज्‍य ब्‍यूरो। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग ने सोमवार को आरक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए। राज्य में पहली बार पुलिस विभाग में थर्ड जेंडर (किन्नरों) का आरक्षक के रूप में चयन हुआ है। पुलिस आरक्षक के रूप में कुल 395 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। इसमें रायपुर रेंज में 315 पुरुष, 71 महिला और 15 थर्ड जेंडर शामिल हैं। इसके अलावा 1 सहायक आरक्षक, 27 होमगार्ड, आरक्षक ट्रेड में 46 चालक और 19 ट्रेड आरक्षक भी चयनित किए गए हैं।

राज्य में पहली बार पुलिस विभाग में थर्ड जेंडर का आरक्षक के रूप में चयन

जिला पुलिस बल केआरक्षक संवर्ग के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए 29 दिसंबर 2017 को विज्ञापन जारी किया गया था। 28 जनवरी से 11 फरवरी 2021 तक आरक्षक भर्ती प्रक्रिया आयोजित की गई। अभ्यर्थियों के शारीरिक दक्षता का परीक्षण राजधानी रायपुर में किया गया। सभी संभाग मुख्यालयों में भी भर्ती परीक्षा हुई थी। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग ने नई भर्ती के आवेदन में इस बार तृतीय लिंग का कॉलम भी दिया था। 

किन्नर समाज और मितवा समिति ने सरकार का किया धन्यवाद

चयनित तृतीय लिंग प्रतिभागियों में रायपुर से दीपिका यादव, साहू, नीशु क्षत्रिय, शिवन्या पटेल, नैना सोरी, सोनिया जंघेल, कृषि तांडी व सबुरी यादव हैं। बिलासपुर से थर्ड जेंडर सुनील एवं रचि यादव, धमतरी जिले से कोमल साहू, अंबिकापुर से अक्षरा, राजनांदगांव जिले से कामता, नेहा एवं डाली का भी चयन हुआ है। किन्नर समाज और मितवा समिति ने छत्तीसगढ़ सरकार और गृह विभाग को धन्यवाद किया है। समिति ने उन सभी लोगों का धन्यवाद किया है, जिनका हर रूप में सहयोग रहा।

इन राज्यों की पुलिस में भी हैं किन्नर

देश की पहली ट्रांसजेंडर पुलिसकर्मी के रूप में वर्ष 2015 में तमिलनाडु के चेन्नई में पृथिका यशिनी का चयन हुआ था। इसके अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात पुलिस में भी ट्रांसजेंडर पुलिसकर्मी कार्यरत हैं। इसी वर्ष जनवरी में बिहार सरकार ने भी पुलिस में किन्नरों की भर्ती को हरी झंडी दे दी है।