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इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली मेट्रो के आसपास 80 जगहों पर 24 घंटे की निगरानी और 20 स्थानों पर आठ घंटे की निगरानी शामिल है। इस पर कुल 11.44 लाख रुपये का खर्च आएगा।
नई दिल्ली । 80 मेट्रो स्टेशनों के पास भूमि कंपन को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने अहम कदम उठाया है। डीएमआरसी 80 स्टेशनों के पास भूमि कंपन की जांच कराएगा। कंपन अधिक होने पर उसे रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। पहले भी इस तरह की जांच होती रही है। डीएमआरसी के मुताबिक, भूमि कंपन की जांच करना सुरक्षा के लिहाज से भी जरूरी है, इसलिए मेट्रो के कारण होने वाले कंपनों की जांच की जाएगी। इस दौरान अगर कंपन तय मानकों से ज्यादा होती है तो उसे कम करने की दिशा में काम किया जाएगा। यहां पर बता दें कि DMRC की येलो लाइन (सामयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) और वायलेट लाइन (कश्मीरी गेट-बल्लभगढ़) लाइनों के साथ 80 मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन की आवाजाही के दौरान होने वाले कंपन की निगरानी करेगा। इस बाबत दिल्ली मेट्रो ने 80 जगहों पर भूमि कंपन स्तर की जांच के लिए एक टेंडर भी जारी कर दिया है।
जांच पर खर्च होंगे 11.44 लाख रुपये
इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली मेट्रो के आसपास 80 जगहों पर 24 घंटे की निगरानी और 20 स्थानों पर आठ घंटे की निगरानी शामिल है। इस पर 11.44 लाख रुपये का खर्च आएगा। प्रोजेक्ट के तहत टेंडर पाने वाली एजेंसी इन 60 स्थानों से नमूने एकत्र करेगी और इसके कंपन की जांच की जाएगी, इसे एक साल के भीतर पूरा किया जाना है।
यहां पर हो चुकी जांच
- साकेत
- मालवीय नगर
- बेगमपुर
- हौजखास
- खान मार्केट
- गोल्फ लिंक
- आजादपुर
- पालम
- दशरथपुरी
गौरतलब है कि दक्षिण दिल्ली के मेयफेयर गार्डन के लोगों को दिल्ली मेट्रो ट्रेनों के संचालन से काफी दिक्कत पेश आ रही है। दरअसल, दिल्ली मेट्रो की तेज गति होने की वजह से उनके घरों में कंपन सा महसूस होता है। यहां पर रहने वाले लोगों को कहना है कि जब भी यहां से दिल्ली मेट्रो की ट्रेनें तेजी से गुजरती है, तो उनके घर में कंपन होता है। ऐसे में उन्हें हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं उनके घर गिर नहीं जाएं। बताया जा रहा है कि यहां पर कई लोगों के घरों में दरारें भी देखने को मिली है। इस संबंध में लोग डीएमआरसी से ठोक कदम उठाने की कई बार अपील कर चुके हैं।