केंद्र सरकार ने कहा- राज्यों ने शुरू किया गरीबों और जरूरतमंदों को मुफ्त वितरण के लिए अनाज उठाना

गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए फिर से शुरू किया गया। (फोटो: दैनिक जागरण)

 मंगलवार को कहा कि 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने 80 करोड़ लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत दो महीनों तक अनाज के मुफ्त वितरण के लिए अतिरिक्त खाद्यान्न उठाने शुरू कर दिए हैं।

नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने दो माह तक अनाज के मुफ्त वितरण के लिए अतिरिक्त खाद्यान्न उठाने शुरू कर दिए हैं। इसे 80 करोड़ लाभाíथयों के बीच वितरित किया जाना है। यह जानकारी केंद्र सरकार ने मंगलवार को दी। देश में कोरोना महामारी के फैलने और उसकी रोकथाम के लिये विभिन्न राज्यों में लगाये गये लाकडाउन और अन्य पाबंदियों को देखते हुए गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए पीएमजीकेएवाई को दो महीने मई और जून के लिए फिर से शुरू किया गया है।

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत पंजीकृत 80 करोड़ लाभाíथयों को राशन की दुकानों के माध्यम से अतिरिक्त खाद्यान्न मुफ्त में प्रदान किया जाता है। खाद्य मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले से ही पर्याप्त खाद्यान्न की व्यवस्था कर ली है। तीन मई तक लगभग 28 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों ने एफसीआइ गोदामों से उठाव शुरू कर दिया है। लक्षद्वीप ने मई-जून के आवंटन को पूरी तरह से उठा लिया है, जबकि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना ने अपने मई महीने के आवंटन का सौ फीसद पहले ही उठा लिया है।

उसने कहा कि बाकी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों (पंजाब, चंडीगढ़, गोवा, मध्य प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड, ओडिशा और पुडुचेरी) को भी पीएमजीकेवाई के तहत खाद्यान्नों का तुरंत उठाव शुरू करने के लिए कहा गया है। योजना के तहत मुफ्त खाद्यान्न वितरण की लागत पूरी तरह से केंद्र सरकार वहन करेगी। पीएमजीकेएवाई के तहत एनएफएसए लाभार्थियों को मुफ्त में दिया गया अतिरिक्त अनाज मौजूदा हर महीने पांच किलोग्राम प्रति व्यक्ति के अलावा है।