पेशे से इंजीनियर मगर शौक पूरा करने के लिए करने लगे गलत धंधा, पढ़ें दो इंजीनियरों के ड्रग तस्कर बनने की कहानी

 


आरोपितों के पास से एक किलो दो सौ छह ग्राम हशीश, कार व ट्रक बरामद किया गया है।

पुलिस ने दोनों आरोपितों के लिए हिमाचल प्रदेश से हशीश लाने वाले ट्रक चालक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के निवासी राकेश कुमार को भी गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से एक किलो दो सौ छह ग्राम हशीश कार व ट्रक बरामद किया गया है।

नई दिल्ली,  संवाददाता। दिल्ली-एनसीआर के वीआइपी इलाकों में ड्रग की सप्लाई करने वाले दो इंजीनियर को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। दोनों की पहचान कालकाजी निवासी रिद्म राणा व फरीदाबाद निवासी सर्वेश चौधरी के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों आरोपितों के लिए हिमाचल प्रदेश से हशीश लाने वाले ट्रक चालक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के निवासी राकेश कुमार को भी गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से एक किलो दो सौ छह ग्राम हशीश, कार व ट्रक बरामद किया गया है।

पूछताछ में पता चला है कि आरोपित राकेश हिमाचल से हशीश लाकर दोनों इंजीनियर को देता था। इसके बाद दोनों दिल्ली एनसीआर के वीआइपी इलाके 10 ग्राम हशीश 10 से 15 हजार रुपये में बेचते थे।संयुक्त पुलिस आयुक्त बीके ¨सह ने बताया कि पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि ड्रग तस्कर वसंतकुंज इलाके में फोर्टिस अस्पताल के पास आने वाले हैं। सूचना पर पुलिस टीम ने वहां छापेमारी की। पुलिस ने मौके से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया।

जांच के दौरान पता चला कि ट्रक चालक राकेश ट्रक में हशीश लेकर हिमाचल प्रदेश से दिल्ली आया था। उसे हशीश हिमाचल प्रदेश से दिल्ली लाने के एवज में 25 से 30 हजार रुपये मिलते थे। मुख्य आरोपित रिद्म राणा से पूछताछ में पता चला कि उसने फरीदाबाद स्थित कालेज से बीटेक किया था। यहां उसने ड्रग्स लेना शुरू किया।

अपने शौक को पूरा करने के लिए वह खुद भी ड्रग तस्करी करने लगा। वहीं सर्वेश चौधरी भी रिद्म के साथ एक ही कालेज में पढ़ता था। दोनों ने इंजीनिय¨रग की है। सर्वेश भी रिद्म के साथ मिलकर हशीश बेच रहा था। फिलहाल, पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर मामले में अन्य आरोपितों के शामिल होने की जानकारी जुटा रही है।