
काबुल, आइएएनएस। अफगानिस्तान में सुरक्षा बलों और तालिबान आतंकियों के बीच भीषण लड़ाई जारी है। बीते 24 घंटे में देश भर में सुरक्षा बलों की ओर से किए गए कई हमलों में कम से कम 100 तालिबानी आतंकवादी मारे गए जबकि 90 अन्य घायल हो गए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया कि अफगान बलों ने हेरात प्रांत में हेरात शहर और पड़ोसी जिलों गुजरा, कारुख और सेयावोशन पर आतंकवादी समूह के हमलों का जवाब दिया जिसमें 52 तालिबान आतंकवादी मारे गए जबकि 47 घायल हो गए।
सूत्रों ने बताया कि अफगान वायु सेना के ए-29 लड़ाकू विमानों ने भी सुरक्षा बलों के समर्थन में कई हमले किए। हेरात के घोरियन जिले में किए गए हवाई हमलों में 13 तालिबान समेत 22 अन्य आतंकी मारे गए। यही नहीं सुरक्षाबलों की छापेमार कार्रवाई में हथियारों और गोला-बारूद के साथ सात वाहन नष्ट हुए। सेना की 215वीं माईवंड कोर की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हेलमंद में प्रांतीय राजधानी लश्कर गाह के बाहरी इलाके में तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले किए गए।हवाई हमले के दौरान कई तालिबान आतंकी मारे गए। कंधार प्रांत के जहारी जिले में तालिबान के एक समूह को लड़ाकू विमानों ने निशाना बनाया जिसमें 36 आतंकी मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए। अमेरिकी बलों की वापसी के साथ ही कई अफगान प्रांतों में हाल के महीनों में भारी लड़ाई देखने को मिल रही है। आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान में वापसी के लिए सरकार के साथ अपनी लड़ाई जारी रखी है। इस बीच अफगानिस्तान में अमेरिकी बलों के साथ काम करने वाले अफगानी दुभाषियों एवं अन्य को लेकर पहला विमान वॉशिंगटन के डलास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा जिसका राष्ट्रपति जो बाइडन ने स्वागत किया। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक विमान में अफगानिस्तान के 221 नागरिक सवार थे जिसमें 57 बच्चे भी शामिल हैं। बाइडन ने कहा है कि हम उन हजारों अफगान नागरिकों के प्रति अपने वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिन्होंने पिछले 20 वर्षों से अमेरिकी सैनिकों के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम किया है।