
जमुई, संवाददाता।बिहार के नक्सल प्रभावित जमुई जिले में बड़ी नक्सली वारदात हुई है। वहां दो दर्जन से अधिक माओवादी नक्सलियों ने पटना-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित चौरा स्टेशन को कब्जा कर ट्रेनों का परिचालन घंटों रोके रखा। घटना को लेकर खास बात यह है कि भागलपुर सहित पूर्वी बिहार में नक्सली हमले के खुफिया इनपुट के बाद पुलिस अलर्ट थी। इसके बावजूद यह वारदात हो गई।
जमुई के चौरा स्टेशन पर कब्जा कर रोक दीं ट्रेनें
मिली जानकारी के अनुसार नक्सली 29 जुलाई से तीन अगस्त के बीच अपने मारे गए साथियों की याद में शहीद सप्ताह मना रहे हैं। इस दौरान शनिवार की सुबह स्टेशन पर पहुंचे नक्सलियों ने रेल कर्मियों को हथियार के बल पर कब्जा में ले लिया। इसके बाद स्टेशन होकर ट्रेनों को चलने से रोक दिया। इस वजह से स्टेशन के दोनों तरफ अन्य स्टेशनों पर ट्रेनें खड़ी हो गईं। नक्सली हमले के पहले इस मार्ग से होकर अंतिम ट्रेन साउथ बिहार एक्सप्रेस सुबह 3:20 में गुजरी थी। इसके बाद से यह मार्ग घंटों अवरूद्ध रहा।
पुलिस बलों के पहुंचने पर भाग निकले नक्सली
घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों की टुकडि़यां घटना-स्थल पर पहुंचीं। पास के झाझा स्टेशन से एक इंजन पर सवार होकर रेल सुरक्षा बल का एक दस्ता भी पहुंचा। पुलिस के पहुंचने पर नक्सली भाग निकले। इसके बाद रेल परिचालन सामान्य हो सका। घटना की बाबत स्टेशन मास्टर ने एसपी प्रमोद मंडल को बताया कि नक्सलियों ने ट्रेन परिचालन रोक दिया था। उन्होंने इसकी सूचना कंट्रोल रूम व पुलिस को देने की बात कही तथा स्टेशन को विस्फोट कर उड़ा देने की भी धमकी दी।
जमुई के चौरा स्टेशन पर नक्सली हमने के बाद मामले की जांच करते एसपी प्रमोद मंडल।
इलाके में नक्सल हमले का पहले से था अलर्ट
विदित हो कि इन दिनों पूर्वी बिहार में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ी हुई है। नक्सलियों के दो धड़ों यूपी-बिहार पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के डिप्टी कमांडर अर्जुन कोड़ा और बलीक्षर कोड़ा में एका होने के बाद भागलपुर रेल थाना, बरियारपुर रेलवे स्टेशन और जमुई पुलिस केंद्र उड़ाने की साजिश की खुफिया सूचना मिली थी। इसके बाद पूर्वी बिहार के रलवे स्टेशनों आदि सॉफ्ट टारगेट को लेकर पुलिस को अलर्ट किया गया था। इसके बावजूद शनिवार को नक्सली जमुई के चौरा स्टेशन पर कब्जा करने में सफल रहे।