दिल्ली के कारोबारी से 32 लाख रुपये ठगने में बॉलीवुड निर्माता गिरफ्तार

 


दिल्ली के कारोबारी से 32 लाख रुपये ठगने में बॉलीवुड निर्माता गिरफ्तार

 आरोपित बॉलीवुड निर्माता अजय यादव को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। आरोपित के खिलाफ कुल 11 ठगी के मामले दर्ज हैं।

नई दिल्ली, एएनआइ। दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में एक बॉलीवुड निर्माता आया है, जिसने सस्ता लोन दिलाने के नाम पर दिल्ली के एक कारोबारी ठगे 32 लाख रुपये ठग लिए। शिकायत मिलने पर दिल्ली पुलिस ने इस बॉलीवुड निर्माता को गिरफ्तार किया है। आरोपित बॉलीवुड निर्माता अजय यादव को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। आरोपित के खिलाफ कुल 11 ठगी के मामले दर्ज हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के सतबरी इलाके के रहने वाले कारोबारी राहुल नाथ ने महरौली थाने में अजय यादव के खिलाफ 32 लाख रुपये की ठगी की शिकायत दी थी। जांच शुरू करने से पहले ही यह मामला मैदानगढ़ी थाने में ट्रांसफर कर दिया गया। शिकायत के मुताबिक, राहुल नाथ को 65 करोड़ का लोन दिलाने के नाम पर अजय यादव ने 32 लाख की ठगी की। अजय यादव का ठगी का पुराना इतिहास रहा है और इससे पहले भी आरोपित को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और मुंबई क्राइम ब्रांच गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपित अजय यादव सेरेने प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर है और आधा दर्जन बॉलीवुड की फिल्मों को निर्माता रहा है। इन फिल्मों मे ओवरटाइम, भड़ास, लव फिर कभी, रन बांका, सस्पेंस एंड साक्षी का निर्माता रहा है।

3 साल बाद आया गिरफ्त में

कई मामलों में ठगी का आरोपित  अजय यादव 2015 से फरार चल रहा था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत आधा दर्जन राज्यों में छापेमारी के बाद उसे मथुरा से पकड़ा गया। आरोपित ने अलग-अलग लोगों से नाम बदल-बदलकर ठगी की। उसने अपना नाम कभी संजय अग्रवाल, राकेश शर्मा, विकास कुमार गुड्डू, रमन तो कभी अविनाश रखा।

प्रवासी आरोपित अजय यादव 1986 में दिल्ली आया था। इस दौरान सबसे पहले एक फाइनेंसियल कंसल्टेंसी खोलकर शेयर मार्किट में पैसे लगाने के नाम पर ठगी करने लगा। इसके जरिये अजय यादव ने खूब पैसे बनाए और फिर आरोपति ने बॉलीवुड की एक कंपनी बनाकर सस्ते डर में लोन देने के नाम पर ठगी करने लगा। इस दौरान उसने कई फिल्मों में बतौर निर्माता पैसे लगाए, लेकिन फिल्मों की कमाई नहीं होने से वह कर्जदार हो गया।