पाकिस्तान के लाहौर में हिंसक भीड़ की नापाक हरकत सामने आई। भीड़ ने मोबाइल से वीडियो बनाने वाली एक युवती पर हमला कर दिया। उसे पीटने के अलावा उसके पैसे व गहने लूट लिए। पुलिस ने 400 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
लाहौर, आइएएनएस। पाकिस्तान में आजादी के जश्न के मौके पर एक युवती के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है, जो मानवीयता को शर्मसार करने वाला है। पुलिस ने 400 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दरअसल उक्त युवती 14 अगस्त को अपने मोबाइल से मीनार-ए-पाकिस्तान का वीडियो बना रही थी, तभी करीब 400 लोगों की भीड़ ने मानवीयता की हदें पार करते हुए उस पर हमला कर दिया। युवती को बुरी तरह से पीटा, यहां तक कि उसके गहने और पैसे भी लूट लिए। यही नहीं, युवती के कपड़े तक फाड़कर हवा में उछाल दिए।
पीड़िता ने दर्ज कराया मामला
पाकिस्तान के डान अखबार के मुताबिक, पीड़ित युवती की ओर से एफआइआर दर्ज कराई गई है। इसमें बताया गया है कि अचानक ही करीब 300-400 अज्ञात लोगों की भीड़ ने उस पर हमला कर दिया। उसने और उसके छह साथियों ने उस भीड़ से बचने की भरसक कोशिश की, लेकिन भीड़ बेहद आक्रामक थी। हालात की गंभीरता को देखते हुए पार्क के सुरक्षा गार्ड ने मीनार-ए-पाकिस्तान की तरफ का रास्ता रोक दिया। फिर भी हिंसक भीड़ में शामिल लोग नहीं रुके। उस भीड़ ने युवती को इस तरह धकेला कि उसके कपड़े भी फट गए। कुछ लोगों ने युवती को बचाने की भी कोशिश की, लेकिन उस उग्र भीड़ के आगे उनकी एक न चली और लोग उसे हवा में उछालते ही रहे। उन लोगों ने उसके कान की बूंदी और अंगूठी भी छीन ली। एक अन्य साथी का मोबाइल छीन लिया और एक अन्य साथी के पास रखे 15 हजार रुपये (पाकिस्तानी) भी लूट लिए। उसके साथियों के आईकार्ड भी छीन लिए गए। फिलहाल इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।इस घटना को लेकर पाकिस्तान की सियासत में भूचाल आ गया है और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने इमरान सरकार पर हमला बोला और पाकिस्तान को लड़कियों के लिए असुरक्षित देश बताया है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस घटना पर कहा कि मीनार-ए-पाकिस्तान में भीड़ द्वारा एक युवती पर हमला हर पाकिस्तानी को शर्मसार करने वाला है। यह हमारे समाज के पतन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाना चाहिए। पाकिस्तान की महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं और सभी की सुरक्षा और समान अधिकार सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।