
अफगानिस्तान में तालिबान और अफगान सेना की स्पिन बोल्डक में लड़ाई के दौरान मारे गए भारतीय फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी को तालिबान ने यातना देकर मारा था। उसके शव को क्षत-विक्षत कर दिया था। चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था।
नई दिल्ली, एजेंसी। अफगानिस्तान में तालिबान और अफगान सेना की स्पिन बोल्डक में लड़ाई के दौरान मारे गए भारतीय फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी को तालिबान ने यातना देकर मारा था। उसके शव को क्षत-विक्षत कर दिया था। चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। स्थानीय मीडिया के अनुसार स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि जब दानिश का शव अस्पताल लाया गया, तब बुरी हालत में था। उसका चेहरा भी पहचान में नहीं आ रहा था।
न्यूयार्क टाइम्स ने भी फोटोग्राफर दानिश की उस समय ली गई कई तस्वीरों की समीक्षा की। दानिश के शरीर पर एक दर्जन गोलियों के निशान थे। शरीर पूरी तरह विकृत हो चुका था। पुलित्जर पुरस्कार प्राप्त दानिश सिद्दीकी 16 जुलाई को स्पिन बोल्डक में उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह कवरेज करने के लिए गए हुए थे।