
जीवनशैली में पौष्टिक आहार के साथ व्यायाम को शामिल करने से उम्र संबंधी धमनी के सख्त होने के खतरे को टालने में मदद मिल सकती है। धमनी के सख्त होने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
वाशिंगटन, एएनआइ। अच्छी सेहत के लिए संतुलित आहार और एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। एक नए अध्ययन में भी कुछ इसी तरह की बात निकल कर सामने आई है। इस अध्ययन के अनुसार, रोजाना के खानपान में महज 200 कैलोरी की कमी करने और हल्के व्यायाम से दिल की सेहत को चंगा रखा जा सकता है। इस तरह की जीवनशैली से बुजुर्गों और मोटापे से पीड़ित लोगों को खासतौर पर फायदा हो सकता है।
सर्कुलेशन पत्रिका में अध्ययन के नतीजों को प्रकाशित किया गया है। अध्ययन के मुताबिक, दैनिक कैलोरी में कमी लाने के साथ एरोबिक एक्सरसाइज करने का नतीजा मोटापे से पीड़ित वयस्कों में दिल की सेहत में उल्लेखनीय सुधार के तौर पर पाया गया है। जीवनशैली में पौष्टिक आहार के साथ व्यायाम को शामिल करने से उम्र संबंधी धमनी के सख्त होने के खतरे को टालने में मदद मिल सकती है। धमनी के सख्त होने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। यह निष्कर्ष मोटापे से पीड़ित 160 बुजुर्गों पर किए गए एक अध्ययन के आधार पर निकाला गया है। इन प्रतिभागियों की औसत उम्र 69 वर्ष थी। अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता और अमेरिका के वेक फारेस्ट स्कूल आफ मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर टीना ई ब्रिंकले ने कहा, 'यह पहला अध्ययन है, जिसमें कैलोरी में कमी लाने के साथ एरोबिक एक्सरसाइज का धमनी पर पड़ने वाले प्रभाव पर गौर किया गया।' उन्होंने बताया, 'हमारे नतीजों से जाहिर होता है कि जीवनशैली में इस तरह के बदलाव करने से हृदय की सेहत सुधारने में काफी मदद मिल सकती है।'