नई दिल्ली, संवाददाता। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने फिल्मों में निवेश करने पर मोटा मुनाफा देने का झांसा देकर 33 पीडि़तों से दो करोड़ की ठगी करने वाले एक कंपनी के निदेशक को मुंबई से गिरफ्तार किया है। वह पैसा लेकर विदेश भागने की फिराक में था, इससे पहले ही उसे दबोच लिया गया। पुलिस के अनुसार जांच में पाया गया कि आरोपितों ने निवेशकों से धोखाधड़ी करने के लिए स्वैग प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी बनाई। गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन निवासी आरोपित उदित ओबेराय इस कंपनी में 50 फीसद शेयर होल्डर है।
आरोपितों ने निवेशकों को विश्वास में लेने के लिए फिल्म के फर्जी ट्रेलर भी लांच किए थे। जब निवेशकों से प्राप्त रकम करोड़ों में हो गई तो वे पैसे लेकर फरार हो गए। अब तक की जांच में 33 पीडि़तों से दो करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आई है। पीडि़तों की शिकायत पर वर्ष 2019 में कंपनी के निदेशकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी।
शुरू में निवेशकों को वापस दिए पैसे
कंपनी बनाने के बाद शुरुआत में आरोपितों ने कुछ निवेशकों को किश्तों में पैसा दिया, लेकिन बाद में रोक दिया। जब पीडि़तों ने कंपनी से संपर्क किया तो कंपनी का कार्यालय बंद मिला। यह भी पता चला कि लांच किए गए फिल्मों के सभी ट्रेलर फर्जी थे। सोमवार को एसीपी कपिल पाराशर की देखरेख में एसआइ जसवीर सिंह व एएसएआइ विनोद की टीम ने आरोपित उदित को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित आर्मेनिया भागने की फिराक में था।
पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इस दौरान आरोपितों की शिनाख्त के बाद पुलिस टीम ने खिड़की एक्सटेंशन के पास से आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि वह सुनसान इलाके में खड़ी स्कूटी चोरी कर उसी स्कूटी से झपटमारी करते थे। इसके बाद वह स्कूटी दूरदराज के इलाकों में बेच देते थे।