सीरो मालाबार चर्च ने बयान जारी कर कहा है कि बिशप जोसेफ कलैरंगेट के खिलाफ अभियान चलानेवाले असामाजिक तत्वों से सचेत रहने की जरूरत है। बिशप ने केवल लोगों को सचेत करने का काम किया है। पढ़ें यह रिपोर्ट....
तिरुअनंतपुरम, एएनआइ। लव एवं नार्कोटिक्स जिहाद पर पाला बिशप जोसेफ कलैरंगेट के बयान पर उठे विवाद के बाद सीरो मालाबार चर्च बिशप के समर्थन में उतर आया है। सीरो मालाबार चर्च ने बयान जारी कर कहा है कि बिशप जोसेफ कलैरंगेट के खिलाफ अभियान चलानेवाले असामाजिक तत्वों से सचेत रहने की जरूरत है। चर्च ने कहा है कि बिशप ने किसी धर्म की बुराई नहीं की वरन उन्होंने लोगों को सचेत करने का काम किया जिसे लेकर उनको आकरण ही निशाना बनाया जा रहा है।
सीरो मालाबार चर्च के लोक मामलों के आयोग ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा- पाला बिशप ने कभी भी किसी धर्म, समुदाय या पंथ की बुराई नहीं की। वर्तमान में जो ज्वलंत मुद्दे हैं उनको लेकर पाला बिशप ने केवल आगाह किया है। उन्होंने तो कुछ संगठित समाज विरोधी गतिविधियों को लेकर ही लोगों को सावधान किया। दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसको लेकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
बयान में कहा गया कि जो लोग धार्मिक प्रतिद्वंद्विता का प्रचार करने का आरोप लगाकर उन्हें अलग-थलग करने और उन पर हमला करने के लिए जानबूझकर अभियान चला रहे हैं, हम उनसे कहना चाहते हैं कि वे यह सब करना बंद करें। उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग जानबूझकर की गई, जबकि उनके भाषण का संदर्भ और उद्देश्य बिल्कुल साफ है। इस तरह के कदम समाज में भाईचारे और सह-अस्तित्व को ही खत्म करेंगे।
बयान में कहा गया कि जो लोग धार्मिक प्रतिद्वंद्विता का प्रचार करने का आरोप लगाकर उन्हें अलग-थलग करने और उन पर हमला करने के लिए जानबूझकर अभियान चला रहे हैं, हम उनसे कहना चाहते हैं कि वे यह सब करना बंद करें। उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग जानबूझकर की गई, जबकि उनके भाषण का संदर्भ और उद्देश्य बिल्कुल साफ है। इस तरह के कदम समाज में भाईचारे और सह-अस्तित्व को ही खत्म करेंगे।
चर्च की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हम इसके खिलाफ खड़े होंगे। हम पाला बिशप के समर्थन में उनके साथ खडे़ हैं। वहीं केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन द्वारा इस मामले में चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने के विपक्ष के सुझाव को खारिज करने के एक दिन बाद भाजपा के राज्यसभा सांसद सुरेश गोपी ने कहा है कि राज्य में चर्च प्रमुखों की चिंताओं पर चर्चा करने के लिए केंद्र जल्द ही उनकी एक बैठक बुलाएगा।