कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों में पोस्ट कोविड लक्षणों के इलाज के लिए केंद्र ने जारी की गाइडलाइंस

 

कोरोना मरीजों में पोस्ट कोविड के इलाज में मिलेगी मदद।(फोटो: ट्विटर)

 रिकवर होने के बाद भी मरीजों में उसके कोई न कोई लक्षण जरूर दिख रहे हैं जैसे सांस लेने में दिक्कत और थकान। ये लक्षण उन मरीजों में खासतौर से देखने को मिल रहे हैं जिन्हें कोरोना होने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ा था।

नई दिल्ली, एएनआइ। कोरोना वायरस ठीक होने के बाद भी लोगों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। कोरोना मरीजों में ठीक होने के कुछ हफ्तों या महीनों तक लक्षण बने रहते हैं। इसे पोस्ट-कोविड लक्षण कहा जाता है। इन पोस्ट-कोविड लक्षणों को लेकर आज केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइंस जारी की हैं। इससे मरीजों के इलाज में मदद मिलेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा- 'लंबी अवधि तक जारी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर मार्गदर्शन देने के लिए पोस्ट-कोविड प्रबंधन पर राष्ट्रीय व्यापक गाइडलाइन जारी किया। इससे स्वास्थ्यकर्मियों को पोस्ट-कोविड स्वास्थ्य जटिलताओं के लिए अग्रिम रूप से तैयारी करने और मरीजों को उपयुक्त उपचार देने में मदद मिलेगी।

उन्होंने आगे बताया कि यह भारत में जारी पोस्ट-कोविड प्रबंधन पर राष्ट्रीय व्यापक गाइडलाइन की 7 माड्यूल की पहली श्रृंखला है जो चिकित्सा बिरादरी के लिए व्यापक दिशानिर्देश प्रदान करती है। इसमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य से निपटने के लिए एक माड्यूल शामिल है, जो अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कोरोना से रिकवर होने के बाद भी मरीजों में उसके कोई न कोई लक्षण जरूर दिख रहे हैं, जैसे सांस लेने में दिक्कत और थकान। ये लक्षण उन मरीजों में खासतौर से देखने को मिल रहे हैं जिन्हें कोरोना होने के बाद अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।

केरल में पोस्ट कोविड लक्षणों से बच्चे पीड़ित

केरल के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले पांच महीनों में केरल में 4 बच्चों की मौत हो गई है और 300 से ज्यादा मल्टी-सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम-इन चिल्ड्रन (MIS-C), एक पोस्ट-कोविड जटिलता (Post-Covid Complication) से जूझ रहे है। MIS-C उस राज्य के लिए एक नई चिंता के रूप में उभरा है, जहां दो महीने से ज्यादा समय से कोविड संक्रमणों की एक बड़ी संख्या बनी हुई है।