नई दिल्ली, संवाददाता। बुध विहार थाना पुलिस ने तीन माह से लापता सात वर्षीय बच्चे को खोजकर उसके माता पिता की झोली में खुशियां भर दी। बच्चा कमरूद्दीन नगर से अचानक गायब हो गया था। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट निहाल विहार थाने में दर्ज कराई गई थी। रोहिणी जिले के डीसीपी प्रणव तायल ने बताया कि सुंदर अपने परिवार के साथ कमरूद्दीन नगर इलाके में रहती हैं। परिवर में पति पंकज व सात वर्षीय बेटा श्याम है।
श्याम 10 जून की शाम को अपने घर के बाहर गली में खेल रहा था। तभी वह अचानक लापता हो गया था। ऐसे में उसके माता पिता ने पहले अपने स्तर से उसकी काफी खोजबीन की थी। लेकिन सात दिनों तक जब उसका कुछ पता नहीं चला तो गुमशुदगी की सूचना निहाल विहार थाना पुलिस को दी थी। ऐसे में अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।
डीसीपी के अनुसार चूंकि बच्चे की गुमशुदगी का मामला था। ऐसे में सभी थाने से इसकी सूचना साझा की गई थी। जिसके चलते सभी थाना पुलिस अपने स्तर से बच्चे का पता लगाने की कोशिश में जुटी थी। इसी क्रम में बुध विहार थाने में तैनात महिला हेड कांस्टेबल ज्योति व कांस्टेबल सुल्तान को पता चला कि सात वर्ष के उम्र के एक बच्चे को मुल्तान नगर के होप फाउंडेशन के आश्रम (चिल्ड्रेन होम) रखा गया है।
ऐसे में पुलिस कर्मियों ने बच्चे के माता पिता को उस बच्चे की फोटो दिखाई तो उन्होंने उसकी पहचान अपने बेटे श्याम के रूप में की। जांच में सामने आया कि बच्चा खेलते हुए गली से आगे निकल गया था। फिर रास्ता भटक जाने के कारण अपने घर वापस नहीं जा सका था। वह रनहौला इलाके में पहुंच गया था। जहां से उसे आश्रम भेज दिया गया था। इसके बाद बच्चे को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद माता पिता को सौंप दिया गया। बच्चे के माता पिता बच्चे से मिलने से बेहद खुश हैं और उन्होंने दिल्ली पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया है।