कारोबारी के बेटे का अपहरण कर मांगी 1.10 करोड़ की फिरौती, आरोपित गिरफ्तार

 

दिल्ली में बच्चे का अपहरण कर मांगी 1 करोड़ 10 लाख की फिरौती, आरोपित गिरफ्तार
दिल्ली के गांधी नगर में बच्चे का अपहरण करने का आरोपित मोनू गिरफ्तार कर लिया गया है। मोनू उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के हज़ूरपुर का रहने वाला है। मोनू ने बच्चे का अपहरण कर 1 करोड़ 10 लाख की फिरौती मांगी थी।

नई दिल्ली, संवाददाता। मुंबई में एक आलीशान फ्लैट खरीदने के लिए एक घरेलू सहायक ने गांधीनगर के कारोबारी के सात वर्षीय बेटे को अगवा कर लिया। आरोपित ने बच्चे को छोड़ने के परिवार से 1.10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। परिवार ने बिना देरी किए मामले की सूचना पुलिस को दे दी। सौ से अधिक पुलिसकर्मियों की दस टीमें आरोपित की तलाश में जुट गईं। तीन घंटे के भीतर मोबाइल लोकेशन के जरिये पुलिस ने आरोपित को गोकलपुरी मेट्रो स्टेशन के पास से दबोच लिया और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। आरोपित की पहचान मोनू के रूप में हुई है। वह उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है। एक सप्ताह पहले ही परिवार ने आरोपित को नौकरी पर रखा था।पूर्वी रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि सुभाष मोहल्ले में रहने वाली ज्योति कश्यप नाम की महिला ने मंगलवार शाम 5:39 बजे गांधी नगर थाने को अपने बेटे विक्की के अपहरण की सूचना दी। महिला ने बताया कि उनका घरेलू सहायक मोनू उनके छोटे बेटे को शाम चार बजे पार्क में घुमाने लेकर गया था, जब वह दोनों काफी देर तक वापस नहीं लौटे तो उन्होंने मोनू को फोन किया। लेकिन उसका फोन बंद था। कुछ देर के बाद मोनू का एक दूसरे नंबर से उनके नंबर पर फोन आया और उसने कहा बच्चा सकुशल वापस चाहिए तो 1.10 करोड़ रुपये का इंतजाम करके उसे भेजाे।

पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जितेंद्र कुमार मीणा की देखरेख में एसीपी शाहदरा राजेश मीणा, थानाध्यक्ष भगवती प्रसाद व अन्य की दस टीमें बनाई। पुलिस ने आरोपित की मोबाइल लाेकेशन खंगाली तो उसका नंबर गांधी नगर में बंद हो गया था। आरोपित ने फिरौती की काॅल के लिए घर के एक अन्य सहायक का फोन चोरी किया था।

पुलिस ने टेक्नीकल सर्विलांस के जरिये आरोपित की लोकेशन पता करने का प्रयास किया, इस दौरान आरोपित परिवार को फोन करके फिरौती मांगता रहा। पुलिस के कहने पर ज्योति ने आराेपित को अपनी बातों में उलझाया और फिरौती की रकम दस लाख रुपये करने को कहा। लेकिन आरोपित 1.10 करोड़ रुपये पर अटका रहा।

आरोपित ने महिला से कहा कि एक घंटे के बाद वह फिर काल करेगा, तब तक रकम का इंतजाम कर लें। इस बीच पुलिस ने आरोपित की मोबाइल लोकेशन पता लगाकर उसे गोकलपुरी से दबोच लिया। बच्चा रोये न इसलिए आरोपित उसे थोड़ी-थोड़ी देर में कोल्डड्रिंग पिलाने के साथ दुकान से चाकलेट व अन्य चीजें दिलवा रहा था।

घर में पैसा देख रची बिगड़ी नीयत

बच्चे के पिता रोहित का पानी का प्लांट है, रोजाना बड़ी रकम घर में आती थी। इसे देखकर आरोपित की नीयत बिगड़ गई। आरोपित मुंबई में काम कर चुका था। उसे लगा कि यहां से मोटी रकम मिल सकती है। इस पैसे से वह मुंबई में फ्लैट खरीदकर आराम से रह सकता है।