दिवाली देश का बड़ा त्योहार है और इसे हर कोई अपने तरीके से मनाता है, आप इस बार की दिवाली कैसे मनाएंगे?

दिवाली हर कोई अपने तरीके से मनाता है, आप इस बार की दिवाली कैसे मनाएंगे?
दिवाली देश का बड़ा त्योहार है इसलिए तैयारी एक महीने पहले शुरू हो जाती है। घरो को सजाना हो या उसकी मरम्मत करवानी हो घर के लिए इलेक्ट्रॉनिक समान खरीदना हो या फिर गिफ्ट देने के लिए मिठाई और कपड़े इन सब कामों की लिस्ट पहले ही बन जाती है।

नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। दिवाली यानी रोशनी का त्योहार हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। सभी धर्मों के लोग इस त्योहार को मनाते हैं । भारत में रहने वाले हर व्यक्ति के लिए दिवाली त्योहार खास होता है। उत्तर भारत में इस त्योहार को भगवान राम की अयोध्या वापसी के रूप में मनाया जाता है। 14 साल के वनवास के बाद, भगवान राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ लौटे थे। दक्षिण के राज्य इस अवसर को भगवान कृष्ण की पत्नी सत्यभामा द्वारा राक्षस राजा नरकासुर को मारने के सम्मान में मनाते हैं। पश्चिम भारत में, दिवाली को एक नए साल की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है और मुख्य रूप से धन की देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

दिवाली देश का बड़ा त्योहार है, इसलिए इसकी तैयारी एक महीने पहले शुरू हो जाती है। घरो को सजाना हो या उसकी मरम्मत करवानी हो, घर के लिए इलेक्ट्रॉनिक समान खरीदना हो या फिर गिफ्ट देने के लिए मिठाई और कपड़े इन सब कामों की लिस्ट पहले ही बन जाती है। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अपनी दिवाली को खास बनाने के लिए कुछ अलग और नया करते हैं। कुछ लोग घर की सफाई में मदद करने वाले डोमेस्टिक हेल्पर की मदद करते हैं, तो कुछ लोग भोजन, मिठाई और कपड़े देकर मजदूरों और गरीबों की मदद करते हैं। कोई पर्यावरण के अनुकूल पटाखे इस्तेमाल करता है, तो कोई वृद्धाश्रम या अनाथालय में बुजुर्गों और बच्चों के साथ समय बिताता है।

आपने भी इस दिवाली कुछ योजना बनाई होगी अपने घर को अलग तरह से सजाने की, दोस्तों और परिवारों के साथ मिलकर जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की और दूसरों की दिवाली में खुद को शामिल करने की। आप इस बार किस तरह से दिवाली मना रहे हैं? अपने विचार और अपनी कहानी KOO ऐप पर जाकर साझा करें।

दिवाली है तो लोगों को इसे सुरक्षित तरीके से मनाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में मिट्टी के दीये और मोमबत्तियों को किसी भी ज्वलनशील पदार्थ जैसे लकड़ी, कपड़ा या कागज और बिजली के तारों से सुरक्षित रूप से दूर रखना चाहिए। घर में सजाई गई लाइट्स को किसी धातु के खंभे से नहीं बांधना चाहिए। इससे करेंट पोल पर सक्रिय हो सकता है और इसे छूने से बिजली का झटका लग सकता है। सबसे जरूरी चीज पटाखे सावधानी से जलाएं। वैसे आप बताएं दीपों की दिवाली में पटाखे जलाना सही है या नहीं? क्या दिवाली मनाने के लिए पटाखों की जरूरत है। KOO ऐप पर जाकर अपने विचार साझा करें।

दिवाली भारत का वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे अंधेरे पर प्रकाश की जीत, अज्ञान पर ज्ञान की जीत और बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए मनाया जाता है। आप इस बार कैसे दिवाली मनाने वाले हैं, हमें जरूर बताएं, और ज्वलंत मुद्दों अपनी नजर बनाए रखने के लिए Dainik Jagran को Koo पर फॉलो करना न भूलें।