अखिलेश यादव का गंभीर आरोप, अनुपयोगी मुख्यमंत्री विपक्षी नेताओं पर डलवा रहे छापे और करा रहे फोन टैपिंग

 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव
 अखिलेश यादव ने कहा कि मेरे फोन को लिसनिंग पर लगाया गया है। उनको टेप किया जा रहा है। इसकी रिकार्डिंग की जाती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब भी खाली होते हैं तो शाम को खुद उनमें से कुछ की रिकॉर्डिंग सुनते हैं।

लखनऊ, समाजवादी रथ यात्रा के सातवें चरण में रायबरेली का दौरा कर लखनऊ लौटे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बेहद गंभीर आरोप लगाया। समाजवादी पार्टी के कार्यालय में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने और सहयोगियों के फोन की रिकार्डिंग करने का आरोप जड़ा।

अखिलेश यादव ने कहा कि मेरे फोन को लिसनिंग पर लगाया गया है। उनको टेप किया जा रहा है। इसकी रिकार्डिंग की जाती है। उन्होंने कहा कि अधिकारी कुछ चापलूसी में और कुछ मजबूरी में फोन टैपिंग करा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब भी खाली होते हैं तो शाम को खुद मुख्यमंत्री उनमें से कुछ की रिकार्डिंग सुनते हैं। इसी कारण आप लोग भी जो मुझे फोन करते हैं थोड़ा सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव से सरकारी आवास खाली कराने का आदेश आया था। इसके बाद नेता जी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से कुछ दिन की राहत मांगी थी, लेकिन सीएम ने नोटिस देकर तुरंत आवास खाली करवाया था। इस दौरान मेरे मना करने के बावजूद नेताजी उनसे मिलने गए थे।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार होनी तय है। इससे घबरा करके अनुपयोगी मुख्यमंत्री आयकर विभाग से छापे डलवा रहे हैं और विपक्षी नेताओं के फोन टैप कराए जा रहे हैं। पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से मुख्यमंत्री पर तंज करते हुए कहा कि एक रंगी लोग विविध रंगों की छटा नहीं जानते। अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ में यह नदी का किनारा गोमती रिवर फ्रंट जिस पर शाम को रोशनी होती थी। ठेले लगते थे, कारोबार होता था, लोग आइसक्रीम खाने जाते थे, घूमते थे, लेकिन सरकार ने क्या किया। इसकी जांच कराई। इसको आबाद नहीं किया। रिवर फ्रंट की जांच की वजह से गोमती साफ नहीं हो सकी। यदि नालों को रोक दिया गया होता तो गोमती साफ हो जाती। इसी तरह से यमुना सहित अन्य वे नदियां जो मां गंगा में गिरती हैं की सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया। याद कीजिए वह समय जब सरकार बनी थी उन्होंने मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से साफ करवाया था, गंगाजल को पूरे मुख्यमंत्री आवास में छिड़कवाया था। कभी किसी मुख्यमंत्री ने ऐसा नहीं किया होगा जैसा इस अनुपयोगी मुख्यमंत्री ने करके दिखाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि दुकानों पर बुलडोजर चलवाकर कर खुद मुआवजा लिया। मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने कितना मुआवजा उठाया। इसी तरह से यूनिवर्सिटी बनाने के लिए वेटलैंड की भूमि हड़पी गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जाने वाली है, सत्ता में बैठे लोगों को इसका पूरा भरोसा हो गया है। छापे डाले जा रहे हैं। उन्होंने साढ़े चार साल की सिलसिलेवार कमियां गिनाते हुए कहा कि कन्नौज का चुनाव हराने के लिए एक ही जाति के चार लोगों ने षड्यंत्र किया। उधर जनता ने ठान लिया है कि सपा को कालिदास मार्ग पर पहुंचाना है।

समाजवादी छापे से डरने वाले नहीं हैं। सपा नेता राजीव राय ने कहा कि नेताओं के वेष में आयकर विभाग के अधिकारियों ने मऊ स्थित उनके आवास पर छापा मारा था और कई घंटे तक उन्हें उत्पीड़ित किया गया। बार बार किसी का फोन आ रहा था और उसके बाद सवाल पूछे जाते रहे। बोले उन्होंने कोरोना काल में लोगों की मदद की उससे घबराकर ये कदम उठाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मनोज सिन्हा को यूपी का मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया गया, एके शर्मा को हासिए पर रखा गया है और अब राजीव राय का उत्पीड़न किया जा रहा है। मुख्यमंत्री को इस जाति से विशेष एलर्जी है।

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार एक्सप्रेसवे की बड़ी बातें कर रही है। इसी बाते एक्सप्रेसवे का कोई किलोमीटर नहीं बचा जिसे खोद कर ना देखा गया हो। इस अनुपयोगी सरकार ने सभी तहसीलों के कागज निकलवा कर देखे। सब कागज चेक करवाए कि किसके नाम पर रजिस्टरियां हुई है। उन्होंने कहा कि यह लोग सहयोगी दलों को सम्मान देने की बात करते हैं, लेकिन निषाद समाज की रैली में मंच पर जो हंगामा हुआ उसको सभी ने देखा। निषाद समाज के साथ जो धोखा हुआ, केवल निषाद समाज ही नहीं बल्कि पिछड़े, अति पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और ब्राह्मण समाज के साथ जो हुआ उसे कौन नहीं जानता।

अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार ने किसानों के साथ अन्याय किया। किसान जो हमारे अन्नदाता हैं, अपने हक और सम्मान के लिए गए थे, पीछे से थार जीप ने उन्हें कुचल दिया। गृह राज्य मंत्री टेनी है कौन नहीं जानता, उन पर क्या आरोप हैं क्या दिल्ली सरकार नहीं जानती, क्या उत्तर प्रदेश की सरकार नहीं जानती। उत्तर प्रदेश सरकार की जांच में उनके नाम आ गए और कहीं ना कहीं उन पर उंगली उठी है आखिरकार सरकार उन्हें क्यों बचा रही है।

अखिलेश यादव ने कहा कि जनता में मन बनाया है उत्तर प्रदेश में योग्य सरकार बनेगी। उनसे ज्यादा कोई अनुपयोगी हो नहीं सकता था जिसने उत्तर प्रदेश को बर्बाद किया हो। इन्होंने उत्तर प्रदेश का इतना नुकसान किया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा भी अब कांग्रेस के रास्ते पर जा रही है। भारतीय जनता पार्टी वही तरीके अपना रही है। पहली बार देखने को मिल रहा है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ना बन जाए इसलिए आयकर विभाग तथा ईडी जैसी संस्थाओं का उपयोग किया जा रहा है। जहां भारतीय जनता पार्टी हारने लगती है वही इन संस्थाओं का प्रयोग करती है। भाजपा को जैसे जैसे हार सताएगी वैसे वैसे ही उनके नेताओं और मुख्यमंत्रियों की संख्या और दिल्ली से आने वाले नेताओं की संख्या बढ़ जाएगी। इसमें हम लोगों को कोई शक नहीं था जहां राजनीतिक पार्टी आएंगी उनके सहयोग के लिए इनकम टैक्स, ईडी, सीबीआई और भी संस्थाओं का सहारा लेकर के अटैक करने का काम करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने अब तो सरकार बदलने का मन बना लिया है।