पंजाब के कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत ने नवजोत सिद्धू को बताया, भाड़े का व्यक्ति, कहा- मैं जन्मजात कांग्रेसी

 

राणा गुरजीत सिंह व नवजोत सिद्धू की फाइल फोटो।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पर बड़ी टिप्पणी की है। राणा गुरजीत ने कहा कि सिद्धू सिर्फ भाड़े के व्यक्ति हैं जो पार्टी में सिर्फ सीएम बनने के लिए शामिल हुए हैं।

चंडीगढ़ पंजाब के तकनीकी शिक्षा मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर पार्टी के भीतर विभाजन पैदा करने की कोशिश करने और सच्चे और पारंपरिक कांग्रेसियों की वफादारी पर सवाल उठाने के खिलाफ उन पर शाब्दिक वार किया है। राणा ने सिद्धू से कहा, " एक सच्चे कांग्रसी के बारे में बात करते हुए वह अपनी अपनी भाषा पर ध्यान दें।'' राणा ने सिद्धू से कहा, "आप एक भाड़े के व्यक्ति की तरह हैं, जो सिर्फ मुख्यमंत्री बनने के एकमात्र उद्देश्य से पार्टी में शामिल हुए हैं, जबकि मैं जन्म से ही पार्टी में रहा हूं।”

सुल्तानपुर लोधी में शनिवार को नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा कांग्रेसी विधायक नवतेज चीमा के पक्ष में की गई रैली में उनके द्वारा राणा गुरजीत पर की गई टिप्पणी का राणा जवाब दे रहे थे। राणा ने कहा कि मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और कभी किसी और पार्टी में नहीं गया जैसा कि सिद्धू मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं। राणा ने कहा कि जो व्यक्ति मात्र पांच साल पहले पार्टी में शामिल हुआ हो वह उन लोगों को ज्ञान न दे जो जन्मजात कांग्रेसी हैं। सिद्धू की न तो कोई विचारधारा है और न ही उनका कोई लक्ष्य है। सिद्धू पर तीखी टिप्पणी करते हुए राणा गुरजीत सिंह ने कहा कि कांग्रेस को सिद्धू के व्यवहार को ध्यान में रखना चाहिए, क्योंकि कोई नहीं जानता कि वह विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस में टिकेंगे कि नहीं या फिर चुनाव से पहले ही भाग जाएंगे।

राणा ने कहा, "लेकिन जितनी जल्दी हो सके आप पार्टी को छोड़ दें। यह पार्टी के लिए बेहतर होगा, क्योंकि आपने पार्टी को भीतर से विभाजित और क्षतिग्रस्त कर दिया है। लगता है कि आप अपने 'असली' राजनीतिक आकाओं के किसी छिपे हुए एजेंडे पर काम कर रहे हैं, जो अभी भी आपके तार खींच रहे हैं।" कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने सिद्धू की अपनी सरकार और मुख्यमंत्री का विरोध करने की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब उनका पर्दाफाश हो गया है। राणा ने सिद्धू से कहा, "आप खुलेतौर पर हमारे मुख्यमंत्री की आलोचना कर रहे हैं, क्योंकि आप जनता के बीच उनकी लोकप्रियता को लेकर ईर्ष्या और असुरक्षित महसूस करने लगे हैं।" राणा ने कहा कि पार्टी प्रधान के रूप में आपकी मुख्य जिम्मेदारी पार्टी को एकजुट रखना है, लेकिन आपने पार्टी आलाकमान द्वारा गठित चुनाव प्रचार कमेटी, घोषणापत्र कमेटी और स्क्रीनिंग कमेटी में दरार पैदा करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है।