चिडि़याघर में इन दिनों जानवरों और पक्षियों के बाड़े के बाहर भी कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है। चिडि़याघर के अधिकारियों का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में जानवरों को भी कोरोना संक्रमित होने की खबरें आई थी।
नई दिल्ली, संवाददाता। राजधानी में फिर कोरोना संक्रमण के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके चलते प्रबंधन ने चिडि़याघर को बंद करने को निर्णय लिया है। चिडि़याघर में इन दिनों जानवरों और पक्षियों के बाड़े के बाहर भी कीटनाशक का छिड़काव किया जा रहा है। चिडि़याघर के अधिकारियों का कहना है कि दूसरी लहर के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में जानवरों को भी कोरोना संक्रमित होने की खबरें आई थी। इसके बाद दिल्ली चिडि़याघर में भी जानवरों के टेस्ट कराए गए थे।
वहीं, अब दिल्ली में 10 हजार से अधिक केस होने के बाद फिर जानवरों की सेहत पर ध्यान रखना चुनौती बन गया है। अब लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। चिडि़याघर में आने वाले हर कर्मचारी की प्रवेश द्वार पर ही थर्मल स्क्री¨नग की जा रही है। जानवरों के खानपान को भी गर्म पानी से धोने के बाद ही पकाया जा रहा है। जानवरों और पक्षियों को खाना देने वाले लोगों को भी मास्क और दस्ताने पहनने के लिए आदेशित किया गया है। सभी कर्मचारियों के दोनों वैक्सीन की डोज के प्रमाण पत्र भी जांचे जा रहे हैं।
दिल्ली में कोरोना का संक्रमण हर दिन एक नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच रहा है। इस वजह से एक बार फिर दूसरी लहर की तरह मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। ¨चताजनक यह है कि अब तो मौत के मामले भी बढ़ने लगे हैं। स्थिति यह है कि संक्रमण दर 8.37 प्रतिशत से बढ़कर 11.88 प्रतिशत हो गई है। इस वजह से दिल्ली में करीब आठ माह बाद कोरोना के मामले 10 हजार के आंकड़े को पार कर गया।
बुधवार को दिल्ली में कोरोना के 10,665 नए मामले आए। इससे पहले पिछले साल 13 मई को 10,489 मामले आए थे। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या 23 हजार से अधिक हो गई है। पिछले 24 घंटे में 2239 मरीज ठीक हुए। वहीं आठ मरीजों की मौत हो गई। ये पिछले करीब छह माह (185 दिन) में 24 घंटे में मौत के सर्वाधिक मामले हैं।स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो दिन में ही कोरोना से 11 मरीजों की मौत हो चुकी है व इस माह अब तक पांच दिनों में 14 मरीजों की मौत हो चुकी है।