बुधवार को पाकिस्तानी सीमा से महज 30 किलोमीटर दूर पंजाब के फिरोजपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था। पीएम सड़क मार्ग से रैली में शामिल होने के लिए पंजाब जा रहे थे।
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा चूक का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस मामले की प्रभावी जांच कराने की मांग की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर शुक्रवार को सुनवाई के लिए राजी हो गया है। याचिका की कापी राज्य सरकार को भेजी जाएगी और इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट कल सुनवाई करेगा।
प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा चूक का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट। प्रभावी जांच कराए जाने की मांग। सुप्रीम कोर्ट मामले पर कल सुनवाई को हुआ राजी। याचिका की कॉपी राज्य सरकार को भेजी जाएगी मामले पर सुप्रीम कोर्ट कल करेगा सुनवाई।बता दें कि बुधवार को पाकिस्तानी सीमा से महज 30 किलोमीटर दूर पंजाब के फिरोजपुर जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था। पीएम सड़क मार्ग से रैली में शामिल होने के लिए पंजाब जा रहे थे। यहां प्रधानमंत्री के काफिले को प्रदर्शनकारियों ने रोक लिया जिस वजह से करीब 20 मिनट तक पीएम फ्लाईओवर पर फंसे रहे। इसके बाद आखिरकार आगे का कार्यक्रम रद कर पीएम को दिल्ली वापस लौटना पड़ा। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक बठिंडा एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री ने अफसरों से कहा, 'अपने मुख्यमंत्री चन्नी को धन्यवाद कहना कि मैं जिंदा लौट रहा हूं।' सुरक्षा में हुई लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
पंजाब सरकार ने बनाई जांच कमेटी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री का काफिला रोके जाने पर खेद जताते हुए सारे घटनाक्रम की जांच के आदेश दिए हैं। मामले में पंजाब सरकार ने जांच कमेटी बनाई है, जिसमें पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मेहताब सिंह गिल और एडिशनल चीफ सेक्रेटरी गृह विभाग अनुराग अग्रवाल को शामिल किया गया है। कमेटी से तीन दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।