उच्चतम न्यायालय व सेबी के फर्जी दस्तावेज बनाकर करोड़ों रुपये की जमीन की हेराफेरी करने वाले तीन गिरफ्तार

 

भूमि का फर्जीवाडा करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि देहरादून जिले में एक गिरोह सक्रिय है जोकि सरकार की ओर से सीज भूमि के संबंध में हाईकोर्ट व सेबी के फर्जी कागजात तैयार करके करोडो रूपये की जमीनो को अपने नाम करके जनता को भूमि को विक्रय कर धोखाधडी कर रहे है।

 संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने उच्चतम न्यायालय व सेबी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर लगभग 100 करोड़ रूपये की कीमत भूमि का फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली कि देहरादून जिले में एक गिरोह सक्रिय है जोकि सरकार की ओर से सीज भूमि के संबंध में उच्चतम न्यायालय व सेबी के फर्जी कागजात तैयार करके करोड़ों रूपये की जमीनो को अपने नाम करके जनता को भूमि को विक्रय कर धोखाधड़ी कर रहे हैं।जांच की गई तो पता लगा कि भाऊवाला, धोरणखास, तरलाआमवाला, बडोवाला एवं मसूरी की संपत्तियों को एक कंपनी एसपीके वर्ल्ड कॉम प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर पूजा मलिक एवं संजीव मलिक ने न्यायमूर्ति विक्रमजीत सैन (रिटायर्ड) एवं भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के फर्जी हस्ताक्षरित दस्तावेजों के आधार पर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों के लोगों को विक्रय पत्रों के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है।

उक्त संपत्तियां 2015 में सीबीआई की जांच के बाद हाइकोर्ट के आदेशानुसार सीज की गई थी। एसटीएफ की टीम ने संजीव मलिक पुत्र कमल मलिक निवासी ए-95 सेक्टर 2 डिफेन्स काॅलोनी देहरादून, शुभम पुत्र ब्रहमदत्त निवासी केरी गाॅव प्रेमनगर देहरादून और टिन्कू सिंह पुत्र प्रकाश सिंह निवासी भीमवाला अकबरपुर पथरी अमरोहा को गिरफ्तार किया है।

जुआ खेलते पांच गिरफ्तार

पटेलनगर थाना पुलिस ने जुआ खेलते पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। पटेलनगर इंचार्ज रविंद्र यादव ने बताया कि निरंजनपुर मंडी परिसर में पांच व्यक्ति जुआ खेल रहे थे। उनके पास से 8500 रुपये कैश बरामद किया गया है। आरोपितों की पहचान नाजिम निवासी सराय मील नगीना, बिजनौर, संजय साहनी निवासी गोस्वामी चौक लालपुल के नीचे, संजीत कुमार निवासी चक्की टोला मार्ग निरंजनपुर, मनोज तोमर निवासी स्योहारा, बिजनौर और मुर्शीद आलम निवासी बादली गांव मस्जिद के पास दिल्ली के रूप में हुई।