
UP Board Examination 2022 जौनपुर जिले के श्रीकृष्ण बिहारी इंटर कालेज मुफ्तीगंज में कार में बैठकर छात्रा ने परीक्षा दी तो यह प्रकरण सभी की निगाहों में आ गया। इस बाबत केंद्र व्यवस्थापक की अनुमति भी छात्रा को दी गई है।
जौनपुर, संवाददाता। जिले में गुरुवार की सुबह से
शुरू बोर्ड परीक्षा के दौरान सुरक्षा और नकल विहीन परीक्षा के लिए जिला
प्रशासन के साथ शैक्षिक अधिकारी लगातार चक्रमण कर व्यवस्था बनाने में
जुटे रहे। वहीं जिले में कुछ जगहों पर छात्रों को परीक्षा देने में समस्या
होने के बाबत प्रशासनिक अधिकारियों की पहल पर त्वरित निर्णय लेते हुए
छात्रों को परीक्षा के लिए विशेष व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई। कुछ ऐसा
ही मामला मुफ्तीगंज में पेश आया तो अधिकारियों को प्रकरण से अवगत कराया गया
और छात्रा को अलग से कार में ही बैठकर परीक्षा देने की अनुमति दी गई।
जौनपुर जिले में एक्सीडेंट के दौरान घायल हुई छात्रों को चलने और बैठने में दिक्कत होने की वजह से उसकी कार में ही बैठकर परीक्षा देने की जानकारी से अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। केराकत में श्री कृष्ण बिहारी इंटर कॉलेज पेसारा मुफ्तीगंज जौनपुर में कार में बैठकर परीक्षा देती छात्रा की जानकारी सामने आई तो पता चला कि हादसा होने की वजह से चलने फिरने में समस्या होने की वजह से उसे अलग से कार में ही हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति केंद्र व्यवस्थापक की ओर से जारी की गई है।
परिजनों के अनुसार दो दिन पूर्व घर से ननिहाल भौसिंहपुर के लिए बाइक से आ रही छात्रा कृति मौर्या, निवासी जमालपुर का धर्मापुर के पास टेम्पो के धक्के से गंभीर रूप घायल हो गयी थी। जिसका इलाज जौनपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में कुछ दिनों से चल रहा है। गुरुवार को परीक्षा होने के कारण वह कार से परीक्षा केन्द्र श्री कृष्ण बिहारी इण्टर कालेज पेसारा पहुंची। लेकिन, उसके अभी भी घायलावस्था में होने की वजह से वह कार से उतर नहीं पायी। केन्द्र व्यवस्थापक विनोद राय ने जिला विद्यालय निरीक्षक से वार्ता कर उसे कार में ही परीक्षा देने की इजाजत ली। जिसके बाद वह कार में ही अपनी परीक्षा की कापी लिखी।
नियमानुसार किसी छात्र को किसी वजह से परीक्षा देने में समस्या होने पर
जिला प्रशासन को इस बाबत सूचना देनी होती है। इसके बाद उस विशेष परिस्थति
को देखते हुए प्रशासन उचित निर्णय लेकर केंद्र व्यवस्थापक को निर्देश
देता है। इसके अलाव अलग परीक्षा देने की स्थिति में परीक्षार्थी के पास
अतिरिक्त परीक्षा की निगरानी के लिए एक निरीक्षक की तैनाती की जानी
अनिवार्य होती है।