
Chaitra Navratri 2022 10 अप्रैल को ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्मोत्सव के उपलक्ष में रामनवमी का त्योहार मनाया जाएगा। मां भद्रकाली मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र पर मंदिर परिसर में दर्शन पूजन का आयोजन किया जाएगा।
चतरा, सं। इस वर्ष चैत्र नवरात्र का अनुष्ठान दो अप्रैल से प्रारंभ होगा। मां दुर्गा के भक्त 10 अप्रैल को चैत्र नवरात्र के अनुष्ठान की पूर्णाहुति करेंगे। 10 अप्रैल को ही रामनवमी का भी त्योहार मनाया जाएगा। ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर के पुजारी नागेश्वर तिवारी ने बताया है कि दो अप्रैल शनिवार के दिन देवी मंदिरों में चैत्र नवरात्र के कलश की स्थापना होगी। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन से ही भगवती की उपासना के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रारंभ हो जाएगा। नौ अप्रैल को महाष्टमी का उपवास होगा। नौ अप्रैल की रात 10:26 बजें के पश्चात महाअष्टमी के गमन तथा महानवमी के आगमन के बीच चैत्र नवरात्र की संधि बलि दी जाएगी। 10 अप्रैल को कलश विसर्जन तथा हवन के पश्चात चैत्र नवरात्र के अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी।
10 अप्रैल को मनाया जाएगा रामनवमी
10 अप्रैल को ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जन्मोत्सव के उपलक्ष में रामनवमी का त्योहार मनाया जाएगा। मां भद्रकाली मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र के मौके पर इस ऐतिहासिक मंदिर परिसर में दर्शन पूजन का विशेष आयोजन किया जाएगा। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन पूरे विधि विधान के साथ माता के मंदिर के गर्भ गृह में मंदिर प्रबंधन समिति नवरात्र के कलश की स्थापना करेगी। मंदिर के प्रथम कक्ष तथा परिक्रमा बरामदे में श्रद्धालु भक्तों के द्वारा नवरात्र के कलश स्थापित किए जाएंगे। चैत्र नवरात्र की पूर्णाहुति के दिन मंदिर परिसर में अवस्थित यज्ञशाला में हवन का अनुष्ठान होगा।
घोड़े पर आएगी और हाथी पर विदा होंगी भगवती
इस वर्ष चैत्र नवरात्र में भगवती का आगमन घोड़े पर हो रहा है। जबकि भगवती हाथी पर सवार होकर विदा होगी। मालूम हो कि नवरात्र में भगवती के आगमन तथा विदाई की सवारी हाथी, घोड़ा, डोली तथा नौका होती है। रविवार एवं मंगलवार को अगर मां दुर्गा का आगमन या विदाई होता है तो उस दिन उनकी सवारी हाथी होगा। जबकि शनिवार एवं सोमवार को घोड़ा गुरुवार एवं शुक्रवार को डोली तथा बुधवार को मां दुर्गा का आगमन एवं विदाई नाव पर होता है। चैत्र नवरात्र में इस वर्ष मां दुर्गा की विदाई को शुभ माना जा रहा है। पुजारियों का कहना है कि नवरात्र में मां दुर्गा का आगमन या विदाई अगर हाथी पर होता है, तो उस वर्ष अच्छी बारिश होती है। जबकि घोड़ा पर आगमन तथा विदाई होने पर उथल-पुथल की संभावना रहती है।