आगरा में 10 दिन में कुल 42 कुंतल हुई गेहूं खरीद, इस वजह से केंद्रों पर पसरा है सन्नाटा

 

120 से 130 दिन में गेहूं की फसल तैयार हो जाती है।

न्यूनतम समर्थन मूल्य है 2015 रुपये प्रति कुंतल 42 हैं खरीद केंद्र। अभी अकोला केंद्र पर 27 कुंतल और बाह में 15 कुंतल खरीद हुई है। 15 अप्रैल के बाद तेजी से खरीद होगी। 120 से 130 दिन में गेहूं की फसल तैयार हो जाती है।

आगरा, संवाददाता। जिले के विभिन्न ब्लाक में गेहूं खरीद के लिए 42 केंद्र बनाए गए हैं। पहले सप्ताह तो आधे केंद्रों पर बारदाना और दूसरे आवश्यक संसाधनों का अभाव था, लेकिन किसानों के नहीं पहुुंचने से मुश्किल नहीं हुई। जिले में 30 फीसद से अधिक किसानों ने पिछैती गेहूं की फसल की है, जिनकी बालियां अभी सुनहरी होना शुरू हो रही हैं, तो जिनकी बालियां पक चुकी हैं, वे कटाई और थ्रेसिंग में व्यवस्त हैं। कुछ ऐसे भी किसान हैं जो सरकारी केंद्रों की जगह व्यापरियों से सीधे सौदा कर लेते हैं। इस कारण खरीद शुरू होने के 10 दिन बाद भी केेंद्रों पर किसानों का इंतजार है। दो केद्रों पर 42 कुंतल खरीद को हुई है, जिससे खाता खुला है।

एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति कुंतल पर गेहूं खरीद के लिए केंद्र खोले गए हैं, लेकिन 10 दिन बाद भी खरीद रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। बिचपुरी के किसान शैलेंद्र ने बताया कि 120 से 130 दिन में गेहूं की फसल तैयार हो जाती है। मौसम अनकूल नहीं होने के कारण पिछैती बोवाई की थी, जिस कारण अभी बालियां पकने पर आ गई है। 15 दिन बाद कटाई करेंगे। खेरागढ़ के किसान राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार फसल कुछ देरी से की थी। कटाई हो गई है, थ्रेसिंग के लिए बात चल रही है। दो से तीन दिन में गेहूं दाना निकल आएगा। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय विक्रम सिंह ने बताया कि गेहूं खरीद केंद्र 10 दिन से तैयार हैं, लेकिन अभी अकोला केंद्र पर 27 कुंतल और बाह में 15 कुंतल खरीद हुई है। 15 अप्रैल के बाद तेजी से खरीद होग

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