रामनवमी पर रेलवे का तोहफा, 11 अप्रैल तक गोरखपुर से अयोध्या के बीच चलेगी मेला स्पेशल

 

रेलवे ने गोरखपुर से अध्‍योध्‍या के ल‍िए स्‍पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की है। - फाइल फोटो

रामनवमी को देखते हुए रेलवे ने अयोध्‍या के ल‍िए कई स्‍पेशल ट्रेनों को चलाने की घोषणा की है। इसमें गोरखपुर से अयोध्‍या के ल‍िए एक स्‍पेशल ट्रेन चलेगी। इसके अलावा मनकापुर से अयोध्या के बीच भी स्‍पेशल ट्रेन चलेगी।

गोरखपुर,  संवाददाता। रामनवमी पर्व पर अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी खबर है। आमजन की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने दो से 11 अप्रैल तक गोरखपुर से अयोध्या कैंट के बीच 05069/05070 नंबर की एक जोड़ी अनारक्षित (पैसेंजर ट्रेन) मेला स्पेशल चलाने की घोषणा की है।

मनकापुर से अयोध्या के बीच भी स्‍पेशल ट्रेन

इसके अलावा मनकापुर से अयोध्या के बीच दो जोड़ी तथा गोंडा-तुलसीपुर-गोंडा के बीच एक जोड़ी मेला स्पेशल पैसेंजर ट्रेन चलाई जाएगी।

सभी स्‍टेशनों पर रुकेंगी यह ट्रेनें

मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार मेला स्पेशल ट्रेनें छोटे-बड़े सभी स्टेशनों पर रुकते हुए चलेंगी।

यह है ट्रेनों का शेड्यूल

05069 नंबर की गोरखपुर-अयोध्या कैंट अनारक्षित मेला स्पेशल गोरखपुर से सुबह 7.00 बजे प्रस्थान कर दोपहर बाद 1.50 बजे अयोध्या कैंट पहुंचेगी।

05070 नंबर की अयोध्या कैंट-गोरखपुर अनारक्षित मेला स्पेशल अयोध्या कैंट से दोपहर बाद 2.40 बजे प्रस्थान कर रात 8.10 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।

पीआरकेएस ने की ट्रैक मेंटेनरों को पर्याप्त छुट्टी देने की मांग : पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) की बैठक केंद्रीय कार्यालय पर हुई। इस दौरान पदाधिकारियों ने ट्रैक मेंटेनरों की समस्याओं को उठाते हुए रेलवे प्रशासन से उन्हें पर्याप्त छुट्टी देने की मांग की। महामंत्री विनोद कुमार राय ने कहा कि आवास की दूरी आधा किमी से अधिक है तो सप्ताह में दो दिन की छुट्टी मिलनी चाहिए। बैठक में प्रवक्ता एके सिंह, कोषाध्यक्ष मनोज द्विवेदी, डीके तिवारी, दीपक यादव, केएम मिश्रा, ईश्वर चन्द विद्यासागर आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।

रेलवे स्कूलों के 21 प्राथमिक शिक्षक बने प्रशिक्षित स्नातक : रेलवे के स्कूलों में पढ़ा रहे 21 प्राथमिक शिक्षकों (पीआरटी) को पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने पदोन्नति देकर प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) बना दिया है। शिक्षक रेलवे प्रशासन की लापरवाही के चलते विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी फेल हो गए थे और उनकी पदोन्नति रुक गई थी। शिक्षकों ने जीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया था कि रेलवे प्रशासन जानबूझकर उन्हें फेल किया है। जबकि, उन्होंने सवालों का सही उत्तर दिया है। 25 जून 2021 को आयोजित परीक्षा में पूछे गए अधिकतर सवाल गलत थे, जिस सवाल का शिक्षकों ने सही उत्तरी दिया था, परीक्षकों ने उसे भी गलत ठहरा दिया था।