एच-4 वीजा स्वत: मंजूर होने का अमेरिकी संसद में विधेयक पेश, भारतीय कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी मिलने में होगी आसानी

 

एच-4 वीजा स्वत: मंजूर होने से जुड़ा विधेयक अमेरिकी संसद में पेश किया गया है। (File Photo)

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में एक विधेयक पेश किया गया है जिसका उद्देश्य एच-4 वीजा धारकों के लिए काम करने का स्वत अधिकार प्रदान करना है। नए बिल से भारत और चीन जैसे देशों के लोगों को फायदा होगा। पढ़ें यह रिपोर्ट...

वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी कांग्रेस की दो महिला सदस्यों ने गुरुवार को प्रतिनिधि सभा (हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव्स) में एक विधेयक पेश किया। इसका उद्देश्य एच-4 वीजा धारकों के लिए काम करने का स्वत: अधिकार प्रदान करना है। एच-4 वीजा धारक, एच-1बी, एच-2ए, एच-2बी और एच-3 वीजा धारकों के साथ अमेरिका आने वाले आश्रित पति-पत्नी और बच्चे होते हैं। वर्तमान नियम के तहत, एच-4 वीजा धारकों की केवल कुछ श्रेणियां ही रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज के लिए आवेदन कर सकती हैं। 

3,80,000 लोगों को होगा फायदा

नए बिल से भारत और चीन जैसे देशों से करीब 3,80,000 लोगों को फायदा होगा जिनके परिवार अमेरिका में तो हैं लेकिन उन्हें अभी भी इसका पूरा लाभ नहीं मिला है। इस विधेयक से ग्रीन कार्ड की चाह रखने वालों की लंबी कतार भी कुछ कम होगी।

एच-4 वर्क आथराइजेशन एक्ट पेश

अमेरिकी कांग्रेस की महिला सदस्यों कैरोलिन बार्डों और मारिया एलविरा सालाजार ने हाउस आफ रिप्रेजेंटेटिव्स में एच-4 वर्क आथराइजेशन एक्ट पेश किया, जो मौजूदा कानून को बदलने और एच-1 बी वीजा रखने वाले अप्रवासियों के जीवनसाथी को एच-4 वीजा प्राप्त करने के साथ ही अमेरिका में काम करने का स्वत: अधिकार प्रदान करता है।

योग्य कर्मियों की कमी से जूझ रही कंपनियां

यह एक्ट एच-4 वीजा धारकों के लिए रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज (एम्प्लाइमेंट आर्थिराइजेशन डाक्यूमेंट-ईएडी) फार्म आइ-765 के तहत आवेदन करने की आवश्यकता को खत्म कर देगा। सांसदों ने कहा कि अमेरिका में बहुत सारे नियोक्ता योग्य कर्मियों की कमी का सामना कर रहे हैं।

एच-4 वीजाधारक वर्क परमिट का अलग से भरते हैं आवेदन

कैरोलिन बार्डो ने कहा, 'अगर हम दुनिया भर के महानतम दिमागों और प्रतिभाओं को अमेरिका की ओर आकर्षित करना चाहते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उच्च मूल्य वाले अप्रवासियों के परिवार के सदस्य अन्य सभी की तरह यूएस में जीवन और करियर बनाने में सक्षम हों।' वर्तमान में, एच-4 वीजा धारकों को अमेरिका में वर्क परमिट के लिए अलग से आवेदन कर मंजूरी का इंतजार करना पड़ता है।

रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज के लिए एक साल तक का इंतजार

यूएस सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज में बैकलाग को देखते हुए, ईएडी के लिए आवेदनों में छह से आठ महीने तक का समय लगता है। कुछ आवेदनों को स्वीकृत होने में एक वर्ष से अधिक का समय लगता है। वर्क आर्थराइजेशन एक्ट में वेटिंग टाइम को भी कम करेगा, क्योंकि एच-4 वीजा धारकों को इसके लिए अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी।

Popular posts
बिहार में कांस्टेबल के लिए निकली बंपर भर्ती, आवेदन से लेकर परीक्षा की जानें सारी डिटेल्स
शादी के एक माह के अंदर कराई पति की हत्या, वारदात को ऐसे अंजाम दिया कि पर्दाफाश में लगे 8 साल; 10वें वर्ष में हुई गिरफ्तारी
Image
दिल्ली की सिर्फ 1,731 अनधिकृत कॉलोनियों के लोगों को मिलेगा मालिकाना हक
Image
लाइव इंटरेक्शन में राशन से लेकर टास्क तक के बारे में जनता करेगी तय!
Image
उम्र में अंतर के कारण सरस्वती से शादी की बात छुपाता था मनोज, बहनों ने बताई सच्चाई Saraswati Murder Case महाराष्ट्र के ठाणे में हुए सरस्वती हत्याकांड में शुक्रवार को मृतक महिला की बहनों ने पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराया। सरस्वती की हत्या का खुलासा सात जून को हुआ था। इस वारदात को श्रद्धा वालकर हत्याकांड की तर्ज पर अंजाम दिया गया। BY AGENCYPublish Date: Fri, 09 Jun 2023 03:54 PM (IST)Updated Date: Fri, 09 Jun 2023 04:25 PM (IST) Facebook Twitter Whatsapp Google News Live-in Partner Murder: उम्र में अंतर के कारण सरस्वती से शादी की बात छुपाता था मनोज, बहनों ने बताई सच्चाई Mumbai Murder Case: मृतक सरस्वती की बहनों ने पुलिस के सामने दर्ज कराया बयान HighLights मृतक सरस्वती की बहनों ने पुलिस के सामने दर्ज कराया बयानसात जून को सरस्वती हत्याकांड का हुआ था खुलासाश्रद्धा वालकर हत्याकांड की तर्ज पर हुई सरस्वती की हत्याअपराध के पीछे की वजह का अभी नहीं हो सका खुलासासाने के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी ठाणे, पीटीआई। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक फ्लैट के अंदर 36 वर्षीय महिला के शरीर के अंगों को कुकर में पकाने और भुनने की घटना के दो दिन बाद मृतक महिला की बहनों ने पुलिस के सामने अपने बयान दर्ज कराए। महिला अपने लिव-इन पार्टनर के साथ फ्लैट में रहती थी। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। Play Unmute Remaining Time -10:13 Unibots.in आठ जून तक साने को पुलिस ने किया गिरफ्तार नया नगर पुलिस ने गुरुवार को पीड़िता सरस्वती वैद्य के लिव-इन पार्टनर मनोज साने (56) को अपराध के सिलसिले में गिरफ्तार किया। साने को 16 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले ने पिछले साल के श्रद्धा वालकर हत्याकांड की यादें ताजा कर दीं। अधिकारी ने कहा कि साने से पूछताछ के दौरान पुलिस ने वैद्य के परिवार के सदस्यों और उसकी तीन बहनों के बयान दर्ज किए। साने ने पुलिस को बताया कि वह वैद्य के शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के बाद अपनी जान लेने की योजना बना रहा था। अपराध के पीछे की मंशा अभी भी स्पष्ट नहीं है रूम फ्रेशनर छिड़क कर की बदबू को छिपाने की कोशिश साने के पड़ोसियों ने गुरुवार को बताया कि राशन की दुकान पर काम करने वाले साने ने मुंबई के एक उपनगर मीरा रोड (पूर्व) में अपने किराए के फ्लैट में महिला के कटे हुए शरीर के अंगों को तीन बाल्टियों में रखा और रूम फ्रेशनर छिड़क कर बदबू को छिपाने की कोशिश की। अपराध का पता तब चला, जब पड़ोसियों ने पुलिस को फ्लैट से दुर्गंध आने की सूचना दी। चार जून को मौत की आशंका पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, साने ने न केवल शरीर के टुकड़ों को प्रेशर कुकर और एक बर्तन में आरी से काटकर उबाला, बल्कि उन्हें भूनकर बाल्टी और टब में डाल दिया। ऐसा संदेह है कि वैद्य की मौत चार जून को हुई थी, लेकिन मामला सात जून को सामने आया। उम्र छिपाकर की शादी डीसीपी जयंत बजबले ने कहा कि 32 वर्षीय महिला सरस्वती वैद्य की हत्या 56 वर्षीय लिव-इन पार्टनर मनोज साने ने की है। जांच के दौरान हमें पता चला है कि पीड़िता और आरोपी शादीशुदा थे और उन्होंने इसकी जानकारी पीड़िता की बहनों को भी दी थी। उन्होंने उम्र के अंतर के कारण इसे दूसरों से छुपाया। कुत्तों को खाना खिला रहा था साने पड़ोसियों ने पुलिस को यह भी बताया कि साने पिछले कुछ दिनों से आवारा कुत्तों को खाना खिला रहा था, जो उसने पहले कभी नहीं किया था। साने के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूतों को नष्ट करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
Image