सुप्रीम कोर्ट से मिली करारी हार के बाद इमरान खान को प्रधानमंत्री पद पर बहाल कर दिया गया है। हालांकि नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग में उनकी हार तय है। इमरान खान इससे पहले आज देश को संबोधित करेंगे।
इस्लामाबाद (आनलाइन डेस्क)। पाकिस्तान के राजनीतिक हालात के लिए आने वाले दिन बेहद खास होने वाले हैं। 9 अप्रैल को नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। इसमें इमरान खान की हार तय है। ऐसे में इमरान खान खुद को इस पल के लिए तैयार करते नजर आ रहे हैं। आज हुई पार्टी सांसदों की बैठक में पीटीआई ने आने वाले दिनों के लिए अपनी रणनीति बनाई है। इस बैठक के दौरान इमरान खान को सलाह दी गई कि वो इस फैसले के खिलाफ और विपक्ष के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाएं और जनता के बीच में अपनी राय रखें। इसमें अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग को लेकर भी चर्चा हुई है। साथ ही इसमें ये भी बात आई कि इमरान खान ने जो एक खत दिखाया था उसमें शामिल लोगों की जांच के लिए एक आयोग बनाया जाए। गौरतलब है कि इमरान खान कल रात किए एक ट्वीट में कहा है कि उन्होंने शुक्रवार को कैबिनेट और पीटीआई सांसदों की बैठक बुलाई है। इसके बाद आज शाम को इमरान खान देश को संबोधित भी करने वाले हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने ये भी लिखा है कि उनका ये संदेश देश के नाम है कि वो हमेशा आखिरी गेंद तक लड़े हैं और इस बार भी वो आखिरी गेंद का सामना करने को तैयार हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इमरान खान की पार्टी पीटीआई की तरफ से भी
ट्वीट किया गया है। ट्वीट में कहा इस वक्त प्रधानमंत्री इमरान खान को
समर्थन करने की बात कही गई है। ट्वीट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दिल
टूटने जैसा बताया गया है। इसमें कहा गया है कि इस फैसले ने सभी को निराश
किया है, लेकिन संस्थानों पर कोई हमला न करे। हम अच्छे दिन भी देखेंगे।
पीटीआई ने इसको #BehindYouSkipper के साथ ट्वीट किया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने भी एक ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में इमरान खान सरकार के मंत्री शेख राशिद का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वो कह रहे हैं कि उनकी राजनीति के पचास साल नाला लेई में डूब गए हैं। अपने एक अन्य ट्वीट में हामिद ने कहा है कि कुछ दिन पहले उन्होंने इमरान खान के संविधान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश को देश के लोकतांत्रिक संस्थान दुरुस्त कर देंगे। उन्होंने ये भी लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के पास एक बड़ा अवसर है ये बताने के लिए कानून में हर समस्या का सबसे बेहतर समाधान मौजूद है। हामिद ने एक और ट्वीट में लिखा है कि पाकिस्तान के संस्थापक का इससे बड़ा अपमान और क्या हो सकता है कि उसे एक काल्पनिक तस्वीर में इमरान खान के पदचिह्नों पर बैठे दिखाया गया। उसने अपने सारे अभिमान से छुटकारा पा लिया।