अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के पंंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनते ही पार्टी में बड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ की मुश्किलें बढ़ गई है। कांग्रेस ने उनकाे कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
चंडीगढ़। अमरिंंदर सिंह राजा वड़िंग के पंंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद बनाए जाने के साथ ही पार्टी में बड़ी कार्रवाई की सुगबुगाहट है। बताया जाता है कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। उसको कारण बताओ को नोटिस जारी किया गया है।
राजा वडिंग ने नई दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। उनके साथ ही पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान भारत भूषण आशु, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, उपनेता डा. राजकुमार चब्बेवाल और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी भी थे।
राहुल गांधी के साथ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, प्रताप सिंह बाजवा, भारत भूषण आशु, डा. राजकुमार चब्बेवाल और पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी।
दूसरी ओर, प्रदेश कांग्रेस में बड़ी कार्रवाई के संकेत हैं। बताया जाता है कि पार्टी की अनुशासन समिति ने सुनील जाखड़ पर बड़ी कार्रवाई कर सकती है। दिल्ली में कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक हो रही है। इस बैठक में केवी थॉमस और सुनील जाखड़ के खिलाफ आई शिकायत पर समिति चर्चा करेगी। बताया जा रहा था कि इस बैठक में दोनों नेताओं के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया जा सकता है।
बता दें कि सुनील जाखड़ पिछले दिनों लगातार बयान जारी कर सवाल उठाते रहे हैं। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर पार्टी नेतृत्व पर भी सवाल उठाए। जाखड़ के पिछले दिनों पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बारे में दिए गए बयान पर विवाद पैदा हो गया था और जाखड़ को इसके लिए माफी भी मांगनी पड़ी थी।
सोमवार को सुनील जाखड़ को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया। जाखड़ ने चुनाव के दौरान बयान दिया था कि हिंदू होने के कारण उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया। उन्होंने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी पर भी हमला किया था। विधान सभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिख कर जाखड़ पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की थी।सोनिया गांधी ने यह मामला वरिष्ठ नेता एके एंटोनी की अध्यक्षता में बनी अनुशानात्मक कमेटी को भेज दिया था। कमेटी की बैठक सोमवार को हुई। जिसमें सुनील जाखड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जाखड़ को जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। बता दें कि चुनाव के दौरान ही जाखड़ ने घोषणा कर दी थी कि वह सक्रिय राजनीति का हिस्सा नहीं रहेंगे।