दिल्ली और पंजाब के पड़ोसी राज्य में आम आदमी पार्टी के लिए बन सकती है संभावना !

 

हरियाणा न्यूज: दिल्ली और पंजाब के पड़ोसी राज्य में संभावित जीत की खूशबू महसूस कर रही AAP

हरियाणा में 2024 में विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन पंजाब विधानसभा चुनाव में जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी अभी से तैयारी में जुट गई है। पिछले एक महीने के दौरान बड़ी संख्या में नेताओं ने AAP की सदस्यता ग्रहण की है।

नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क। पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में ऐतिहासिक जीत ने आम आदमी पार्टी के लिए अन्य राज्यों में विस्तार की संभावनाओं का दरवाजा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल अब दिल्ली और पंजाब से सटे राज्य हरियाणा में भी सरकार बनाने की रणनीति में अभी से जुट गए हैं।हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में होना है, लेकिन आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता, प्रदेश प्रभारी डाक्टर सुशील गुप्ता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन अभी से रणनीति बनाने में जुट गए हैं। यही वजह है कि हरियाणा के दो पूर्व मंत्री और दो पूर्व विधायक आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। इसी कड़ी में सोमवार को हरियाणा कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इससे अरविंद केजरीवाल को हरियाणा में एक और दमदार सहयोगी मिला है, जिसकी दलित वर्ग में खासी पैठ है। जाहिर है कि आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी को अशोक तंवर के पार्टी में आने का लाभ निश्चित रूप से मिलेगा।

हरियाणा के 2 पूर्व मंत्री और 2 पूर्व विधायक भी दाम चुके हैं AAP का दामन

दिल्ली के बाद पंजाब चुनाव में  आम आदमी पार्टी की जीत के बाद अन्य दलों में उपेक्षित चल रहे नेता अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़कर हरियाणा की राजनीति में नई संभावना तलाशने में जुट गए हैं। यही वजह है कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों से उत्साहित पड़ोसी राज्या हरियाणा के दो पूर्व मंत्रियों और दो पूर्व विधायकों सहित दस अन्य नेता आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। दरअसल, पूर्व मंत्री बलबीर सिंह सैनी, हरियाणा कांग्रेस के उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री बिजेंद्र कादियान, गुरुग्राम से पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल, पानीपत के समालखा से पूर्व विधायक रविंद्र कुमार आम आदमी पार्टी में शामिल होकर भाजपा और कांग्रेस की नींद उड़ा चुके हैं।

उपेक्षा मिली तो भाजपा से उमेश अग्रवाल ने किया किनारा

उमेश अग्रवाल काफी लंबे समय से हरियाणा में भाजपा से जुड़े हुए थे। भाजपा ने उमेश अग्रवाल का 2019 में टिकट काट दिया था। इसके बाद उमेश अग्रवाल भाजपा से नाराज चल रहे हैं। उमेश अग्रवाल के नेतृत्व में ही 2016 में हरियाणा में सरकार का नेतृत्व बदलने के लिए कुछ विधायक एकत्र हुए थे। बाद में इन विधायकों की सुधारक विधायक के रूप में पहचान बनी थी और भाजपा में इनकी पहचान भी थी। वहीं हरियाणा में सोहना के जावेद अहमद, घरौंडा के अशोक मित्तल, फरीदाबाद के कमल सिंह तंवर, खेमी ठाकुर, असंध के परमिंद्र सिंह, अमनदीप सिंह, धर्म सिंह गुर्जर, गुलाब सिंह सरपंच,जगत सिंह,सरदार आजाद सिंह भी आप में शामिल हुए हैं।

पंजाब के नतीजों से बना मौहाल, हरियाणा में भी हो सकता है सत्ता परिवर्तन

पंजाब के नतीजों के बाद हरियाणा में भी परिवर्तन की बयार बह सकती है, इसका अहसास आम आदमी पार्टी बड़े रणनीतिकार करने लगे हैं। यही वजह है कि राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता, प्रदेश प्रभारी डाक्टर सुशील गुप्ता और दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इन नेताओं को पार्टी में शामिल करते हुए कहा था कि पंजाब के चुनाव नतीजों के बाद देश भर में परिवर्तन की बयार बहेगी। इसके साथ यह भी कहा था कि पंजाब और दिल्ली के बीच हरियाणा के प्रभावी नेताओं ने इसकी पहल कर दी है। हरियाणा में अब जाति, धर्म की राजनीति को छोड़कर काम की राजनीति होगी।