
डीडीएमए ने मास्क न लगाने पर लगने वाले पांच सौ रुपये के जुर्माने को भी खत्म कर दिया है। यानी अब सार्वजनिक स्थलों व सार्वजनिक परिवहन में यदि कोई बिना मास्क के मिलता है तो उसे जुर्माना नहीं भरना पड़ेगा।
नई दिल्ली, संवाददाता। दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर तो है मगर सतर्कता रखना भी जरूरी है। खबर यह है कि कोरोना वायरस कम होने पर दिल्ली में मास्क न लगाने पर अब जुर्माने की व्यवस्था खत्म कर दी गई है, जो सर्वथा उचित है। कोरोना संक्रमण में उल्लेखनीय कमी होने के कारण दिल्ली आपदा नियंत्रण प्राधिकरण (डीडीएमए) ने अपनी पिछली बैठक में इसके लिए जुर्माने की राशि दो हजार रुपये से घटाकर पांच सौ रुपये कर दी थी। साथ ही निजी कार में सवार लोगों को मास्क लगाने से छूट भी दे दी गई थी।
खत्म हुआ जुर्माने का प्रावधान
वहीं, अब बृहस्पतिवार को हुई बैठक में डीडीएमए ने मास्क न लगाने पर लगने वाले पांच सौ रुपये के जुर्माने को भी खत्म कर दिया है। यानी अब सार्वजनिक स्थलों व सार्वजनिक परिवहन में यदि कोई बिना मास्क के मिलता है तो उसे जुर्माना नहीं भरना पड़ेगा। हालांकि, एहतियातन कोरोना पर करीबी नजर रखे जाने का निर्णय भी लिया गया। इसके साथ ही महामारी एक्ट जारी रखा गया है, ताकि कोरोना जांच और टीकाकरण का कार्य किसी भी सूरत में बाधित न होने पाए।
राजधानी में कोरोना के मामले सीमित
राजधानी में कोरोना के मामले पिछले कुछ सप्ताह से जिस तरह सीमित बने हुए हैं और कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार कमी बनी हुई है, उसे देखते हुए महामारी को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में अधिकतम ढील दिया जाना समय की मांग है। हालांकि, इस बीच दुनिया के कुछ देशों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की खबरें भी आ रही हैं, जिसके प्रति लापरवाह नहीं हुआ जा सकता।
कोरोना पर करीब से नजर रखने की आवश्यकता
दिल्ली में कोरोना के प्रतिदिन आने वाले मामलों पर करीब से नजर रखे जाने की आवश्यकता है, ताकि यदि संक्रमण बढ़ता भी है तो तत्काल उसके अनुरूप व्यवस्था कर उसे सीमित किया जा सके। वहीं, जुर्माना खत्म कर दिए जाने के बावजूद दिल्लीवासियों को चाहिए कि वे मास्क लगाना बंद नहीं करें और जहां तक संभव हो शारीरिक दूरी के नियम का पालन भी अवश्य करें। यह समझा जाना चाहिए कि दिल्ली में अब भी प्रतिदिन कोरोना के सौ के करीब मामले आ रहे हैं, ऐसे में इसे लेकर तनिक सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऐसे में इस बात का पूरी तरह ख्याल रखा जाना चाहिए कि किसी की लापरवाही के कारण दिल्ली को फिर से कोरोना संक्रमण के मुश्किल दिन न देखने पड़ें।