E-Cart Yojana In Delhi उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने खाद्य पदार्थों की बिक्री के लिए पहली बार 30 ई-कार्ट को मंजूरी प्रदान की है। इससे लोग चलती फिरती दुकानों के जरिये मनपसंद खाने का शौक पूरा कर सकेंगे।
नई दिल्ली, संवाददाता। स्वाद के लिए पुरानी दिल्ली विश्व प्रसिद्ध है, पर इसके लिए इस मुगलकालीन दिल्ली की गलियों, कटरों और कूचों की तलाश करनी पड़ती है, पर अब इसका लुत्फ राह चलते उठाने का मौका मिले, यह दिन दूर नहीं है। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने शहरी-सदर पहाड़गंज क्षेत्र में खाद्य पदार्थों की बिक्री के लिए पहली बार 30 ई-कार्ट को मंजूरी दी है। ये ई-कार्ट चांदनी चौक, सीता राम बाजार, अजमेरी गेट व बल्लीमारान समेत अन्य इलाकों में चलेंगी। ये चलती- फिरती दुकानें होगी। वैसे, इलेक्ट्रिक वाहनों वाले इस कार्ट को पैकेट बंद खाद्य पदार्थों की बिक्री की ही अनुमति होगी।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मुताबिक इसका परिचालन 15-20 दिनों के शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही अगले चरण में इसी तरह अन्य 35 अन्य ई-कार्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। विदित हो कि इसके लिए उत्तरी निगम ने आवेदन आमंत्रित किए थे, जिसमें कुल 120 आवेदन प्राप्त हुए। सभी आवेदकों को सात सदस्यों वाली समिति के समक्ष ई-कार्ट का डिजाइन प्रस्तुत करने के लिए बुलाया गया। समिति ने दस्तावेजों की पूर्णता और डिजाइन की उपयुक्तता की जांच के बाद इस ई-कार्ट के आवेदन को मंजूरी दी है। वैसे, पुरानी दिल्ली के जानकार इस ई-कार्ट से पैदल चलने वाले लोगों को परेशानी के साथ इससे निकलने वाले कूड़े की समस्या का अंदेशा जता रहे हैं, जबकि निगम का कहना है कि कूड़े के निस्तारण का जिम्मा ई-कार्ट संचालन को ही होगा।
जानिये क्या है ई-कार्ट योजना
गौरतलब है कि दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने भी लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ई कार्ट योजना शुरू की है। इसके तहत प्रत्येक गली मोहल्ले में दुकानदारों को एक सर्टिफिकेट देकर पैकेट बंद खादय सामग्री उपलब्ध कराने के लिए ई-कार्ट योजना शुरू की गई है। इस योजना में दिल्ली सरकार एक गली महोले में 5 लाइसेंस वितरण करेगी, जिसके बाद खाने पीने की सामग्री आनलाइन ग्राहकों तक पहुंचाई जाएगी।