हिजाब आंदोलन के दौरान अपने कालेज में मजहबी नारे लगाने वाली छात्रा मुस्कान खान के पिता मोहम्मद हुसैन खान ने अल-जवाहिरी की टिप्पणियों को फिजूल करार दिया है। उनका कहना है कि हम भारत में भाई-भाई की तरह रहते हैं।
मंडया, एएनआइ। कर्नाटक के हिजाब विवाद में खूंखार आतंकी संगठन अल-कायदा का सरगना अयमान अल-जवाहिरी भी कूद पड़ा है। हाल ही में आतंकी संगठन की ओर से जारी 8.43 मिनट की एक वीडियो क्लिप में जवाहिरी ने हिजाब आंदोलन के दौरान अपने कालेज में मजहबी नारे लगाने वाली छात्रा मुस्कान खान की बहुत तारीफ की थी। अब मुस्कान के पिता मोहम्मद हुसैन खान ने अल-जवाहिरी की टिप्पणियों को फिजूल करार दिया है। उन्होंने कहा है कि इसकी जरूरत नहीं है।
हमें इस तरह की तारीफ नहीं चाहिए
मोहम्मद हुसैन खान ने कहा- मुझे नहीं पता कि वे कौन हैं। उन्होंने अरबी में कुछ कहा... मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या कहा... इस वीडियो संदेश से हमारे बीच (भारतीयों के बीच) भ्रम पैदा होगा। इसकी बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। हमें इस तरह की तारीफ नहीं चाहिए। हम यहां खुशी से रह रहे हैं। भारत में सरकार है, कानून है, पुलिस है, वे आगे की कार्रवाई करेंगे। वीडियो पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए हुसैन खान ने कहा कि वह जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) को जानते तक नहीं हैं।
भारत में हम भाई-भाई की तरह रहते हैं
मोहम्मद हुसैन खान (Mohammed Hussain Khan) ने कहा- हम यहां (भारत में) शांति और सद्भाव से रह रहे हैं। मुझे नहीं पता कि विदेश में क्या हो रहा है। हम यहां भाई-भाई की तरह रहते हैं। खान ने हिजाब विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर कालेज लड़कियों को हिजाब पहनने की इजाजत नहीं देगा तो वह मुस्कान को दूसरे कालेज में भेज देंगे जहां उन्हें हिजाब पहनने की इजाजत होगी।
असामाजिक तत्वों ने रचा था हिजाब मुद्दा
वहीं भाजपा ओबीसी मोर्चा के महासचिव यशपाल सुवर्णा (Yashpal Suvarna) ने वीडियो पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह मुद्दा असामाजिक तत्वों ने रचा था। उन्होंने मामले की एनआईए से छानबीन कराए जाने की मांग की। उधर बेंगलुरु में कर्नाटक के गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने कहा कि जवाहिरी द्वारा हिजाब विवाद में मुस्कान खान की तारीफ करने से इस विवाद के पीछे अदृश्य ताकतों का हाथ होने की बात साबित होती है।
अल-कायदा से जुड़े लोगों पर होगी कार्रवाई
उधर कर्नाटक के शिक्षा मंत्री सीएन अश्वथनरायण ने अलकायदा सरगना के बयान पर कहा कि आतंकी संगठन अल कायदा और उससे जुड़े लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार किसी समुदाय के परंपराओं के खिलाफ कोई विधेयक नहीं लाई बल्कि कानून का पालन कर रही है।
पूरे घटनाक्रम पर पुलिस की नजर
उधर कर्नाटक के गृह मंत्री ए.ज्ञानेंद्र ने कहा कि राज्य का गृह विभाग और पुलिस इस घटनाक्रम पर नजर रखे हुए। उन्होंने कहा कि हम शुरू से ही इस विवाद की जड़ में और लोगों के लिप्त होने की बात कह रहे हैं। हाई कोर्ट ने भी हिजाब विवाद में फैसला देते हुए कहा था कि इस मामले में अदृश्य ताकतों का हाथ हो सकता है। यह अब साबित हो गया है। उन्होंने कहा कि घटनाएं कैसे घट रही हैं, उनमें आपस में क्या संबंध हैं, इस पर पुलिस की पूरी नजर है। वह इसका पता लगा कर रहेंगी।
अलकायदा के आह्वान का जवाब नहीं देंगे भारतीय मुसलमान : हिमंत
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि भारतीय
मुसलमान अल कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी के आह्वान का जवाब नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि देश के मुसलमान कोर्ट के फैसले का पालन करेंगे और देश की
शिक्षा प्रणाली के मूल सिद्धांतों का सम्मान करना जारी रखेंगे। उन्होंने
कहा कि भारत एक लोकतंत्र है। कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्पष्ट फैसला दिया है कि
छात्रों से स्कूल या कॉलेज में हिजाब जैसा कुछ भी पहनने की उम्मीद नहीं की
जाती है।
क्या कहा अल-जवाहिरी ने...
अल-कायदा सरगना अल-जवाहिरी ने वीडियो में कहा- अल्लाह उसे हिंदू भारत की वास्तविकता और उसके बुतपरस्त लोकतंत्र के धोखे को उजागर करने के लिए पुरस्कृत करे। हमें भ्रम को दूर करना चाहिए जो हमें धोखे में रखता है... हमें भारत के मूर्तिपूजक हिंदू लोकतंत्र की मृगतृष्णा से धोखा खाना बंद करना चाहिए। यह शुरू से ही मुसलमानों पर अत्याचार करने के एक जरिये से ज्यादा कुछ नहीं था।
इस्लाम के सभी दुश्मन एक समान
अल-जवाहिरी ने कहा कि इस्लाम के सभी दुश्मन एक समान हैं। ये हिजाब को बदनाम करते हैं और इस्लामी शरिया पर हमला करते हैं। यह इस्लाम, इसके मूल सिद्धांतों, इसके कानूनों, नैतिकता और शिष्टाचार के खिलाफ एक युद्ध है। जवाहिरी दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकियों में से एक है। जवाहिरी का ताजा वीडियो आने के बाद उसकी मौत को लेकर अटकलें खत्म हो गई हैं। पिछले छह महीनों में अल-कायदा सरगना के दो वीडियो सामने आए हैं। दूसरा वीडियो ज्यादातर हिजाब विवाद पर केंद्रित है।
मानवाधिकार, संविधान और कानून की उड़ाई खिल्ली
भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों को संबोधित करते हुए उसने कहा कि उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि वास्तविक दुनिया में मानवाधिकार, संविधान का सम्मान या कानून जैसी कोई चीज नहीं है। उसने कहा कि यह ठीक वैसी ही धोखे की योजना है, जिसे पश्चिम ने हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया है। जिसका असली स्वरूप फ्रांस, हालैंड और स्विटजरलैंड ने उजागर किया था, जब उन्होंने सार्वजनिक नग्नता की अनुमति देते हुए हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया था।
मुस्लिम एकता की बात उठाई
चीन से लेकर इस्लामिक मगरेब और काकेशस से सोमालिया तक मुसलमानों की एकता का आह्वान करते हुए जवाहिरी ने कहा किहमें केवल अल्लाह पर भरोसा करना चाहिए और एक दूसरे के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करना चाहिए। उसने कहा हमें यह महसूस करना चाहिए कि विशेष रूप से पाकिस्तान और बांग्लादेश में हम पर थोपी गई सरकारें हमारा बचाव नहीं करती हैं, बल्कि वे उन्हीं दुश्मनों की रक्षा करती हैं जिन्हें उन्होंने हमारे खिलाफ लड़ने के लिए सशक्त बनाया है।