नौ माह से चोरी के आरोप में फरार थी घरेलू सहायिका, पुलिस ने तिहाड़ जेल में बंद पति से ली मदद, जानिए क्या है पूरा मामला?

 

सहायिका ने महिला डाक्टर के घर में की थी चोरी, दुष्कर्म के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद है पति।

डाक्टर के घर से सोने के चार कड़े सोना व हीरे की तीन अंगूठियां और नकदी चोरी करने के बाद से वह लगातार पुलिस को चकमा दे रही थी जबकि उसका पति दुष्कर्म के मामले में तिहाड़ जेल में बंद है।

नई दिल्ली,  संवाददाता। चांदनी महल थानाक्षेत्र के सीताराम बाजार में रहने वाली एक महिला डाक्टर के घर से करीब साढ़े तीन लाख रुपये मूल्य के गहने और नकदी चोरी करने के मामले में मध्य जिला पुलिस ने नौ माह बाद आरोपित घरेलू सहायिका रानी उर्फ शकीला को गिरफ्तार कर लिया है। लगातार ठिकाना बदलने के कारण पुलिस जब आरोपित महिला को पहले नहीं पकड़ पाई तो दुष्कर्म के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद उसके पति का सहारा लिया गया।

महिला के पति को पुलिसकर्मियों ने जमानत कराने के बहाने पत्नी को जेल के बाहर बुलाने के लिए कहा। जबलपुर से महिला जब जमानत कराने तिहाड़ जेल के बाहर पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। डीसीपी मध्य जिला श्वेता चौहान के मुताबिक आरोपित महिला रानी मूलरूप से मध्य प्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है। डाक्टर के घर से सोने के चार कड़े, सोना व हीरे की तीन अंगूठियां और नकदी चोरी करने के बाद से वह लगातार पुलिस को चकमा दे रही थी, जबकि उसका पति दुष्कर्म के मामले में तिहाड़ जेल में बंद है।

पुलिस को जब इसकी जानकारी मिली तो उसने महिला को जाल में फंसाने के लिए उसके पति का सहारा लिया। तिहाड़ जेल पहुंचकर पुलिस टीम ने आरोपित महिला के पति को झांसा दिया कि अगर उसकी पत्नी जमानत लेने आ जाए तो उसे जमानत मिल सकती है। इस बात की खुशी में उसने पत्नी को फोन करके जल्द दिल्ली आने के लिए कहा। बुधवार दोपहर जब महिला पति की जमानत कराने तिहाड़ जेल पहुंची तो वहां पहले से मौजूद एसएचओ चांदनी महल राजेंद्र कुमार जैन के नेतृत्व में तुर्कमान गेट चौकी इंचार्ज अमित त्यागी की टीम ने उसे दबोच लिया।

बता दें कि पिछले साल 28 जुलाई को रानी ने सीताराम बाजार में रहने वाली महिला डाक्टर एसएन अख्तर के घर चोरी की थी। रानी महिला डाक्टर के घर पर एक हफ्ते से बतौर घरेलू सहायिका काम कर रही थी। उससे पहले बिहार निवासी नगमा डाक्टर के यहां काम करती थी। अचानक उसे गांव जाना पड़ा तो उसने अपनी जगह रानी को कुछ दिनों के लिए डाक्टर के घर पर काम करने के लिए रखवाया था।