रीवा लोकसभा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी ने रीवा जिले में विरोध का नेतृत्व किया है। मप्र कांग्रेस के बैनर तले सिरमौर विधानसभा के जवा ब्लॉक में महंगाई पेयजल संकट एवं ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ घड़ा फोड़कर विरोध प्रदर्शन किया।
रीवा, एजेंसी। देशभर में बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर मोदी सरकार को लगातार घेर रही है। कुछ दिन पहले पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बढ़ते दामों और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने देशभर में प्रदर्शन की थी। इस प्रदर्शन को असरदार बनाने के लिए राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता सड़क पर उतरे थे। प्रदर्शन के दौरान सभी नेता 'चुनाव खत्म लूट चालू' के नारे लगाते नजर आए। इसी क्रम में रीवा लोकसभा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धार्थ तिवारी ने रीवा जिले में विरोध का नेतृत्व किया है। मप्र कांग्रेस के बैनर तले, सिरमौर विधानसभा के जवा ब्लॉक में महंगाई, पेयजल संकट एवं ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ घड़ा फोड़कर विरोध प्रदर्शन किया। इसकी जानकारी प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक कू अकाउंट पर शेयर की गई है।बता दें कि एक समय पर सिद्धार्थ के दादा श्रीनिवास तिवारी, कांग्रेस पार्टी के लिए विंध्य क्षेत्र का प्रमुख चेहरा रहे हैं। साथ ही पिता सुंदरलाल तिवारी भी सांसद एवं विधायक रह चुके हैं। 2019 में सुंदरलाल तिवारी के आकस्मिक निधन के पूर्व सिद्धार्थ ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा। बता दें कि रीवा जिले में तिवारी परिवार का बड़ा जनाधार है, जिसके दम पर कांग्रेस प्रत्येक चुनावों में जिले के मतदाताओं को साधने की कोशिश करती है।
पूरे देश में हमारा प्रदर्शन चलेगा और काफी दिनों तक चलेगा: राहुल गांधी
बता दे कि कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पिछले कई दिनों से पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ाए गए हैं और इसका परिणाम मध्यम वर्ग और गरीब लोगों पर पड़ता है। हमारी मांग है कि सरकार पेट्रोल-डीज़ल के दाम को बढ़ाना बंद करें। पूरे देश में हमारा प्रदर्शन चलेगा और काफी दिनों तक चलेगा।
जब पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते हैं तब हर चीज के दाम बढ़ते हैं: थरूर
वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा था कि जब पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते हैं तब हर चीज के दाम बढ़ते हैं। जब दुनिया में कच्चे तेल के दाम सबसे कम थे तब भी यह सरकार पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ा रही थी। 101 रुपये का तेल भराने में 52 रुपये सरकार के पास एक्साइज टैक्स के रूप में जा रहे हैं।