दिल्ली में फ्री में लगेगी सतर्कता डोज, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन बोले- XE वेरिएंट से डरने की जरूरत नहीं

 

दिल्ली में फ्री में लगेगी सतर्कता डोज, कोरोना के एक्सई वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने दिया ये जवाब

सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार की तरफ से सरकारी अस्पतालों में लोगों को जल्द ही प्रीकाशन (सतर्कता) डोज मुफ्त में लगाई जाएगी। जिस वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगी थी उसी वैक्सीन की प्रीकाशन डोज लगाई जाएगी।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली के लोगों को कोरोनारोधी प्रीकाशन (सतर्कता) डोज मुफ्त में लगाई जाएगी। इसकी जानकारी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को दी। सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार की तरफ से सरकारी अस्पतालों में लोगों को जल्द ही प्रीकाशन (सतर्कता) डोज मुफ्त में लगाई जाएगी। जिसे वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगी थी, उसी वैक्सीन की प्रीकाशन डोज लगाई जाएगी। जिन लोगों को दूसरी डोज लिए नौ महीने पूरे हो गए हैं, वे प्रीकाशन डोज ले सकते हैं।

बता दें कि अभी हाल में ही सतर्कता डोज की कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कीमत प्रति डोज 225 रुपये तय किया गया है। केंद्र सरकार ने पहले ही स्पष्ट किया है कि निजी टीकाकरण केंद्र टीके की कीमत के अलावा सर्विस चार्ज के रूप में 150 रुपये ले सकते हैंनिजी अस्पतालों में 18 साल के ऊपर वालों को सतर्कता डोज लगनी शुरु हो गई है। इसके लिए लोगों को 375 रुपये चुकाने पड़ेंगे।

सत्येंद्र जैन ने गुजरात में मिले कोरोना के एक्सई वेरिएंट को लेकर कहा कि इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। एक्सई वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ की लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है। जब तक कोई वेरिएंट ऑफ कंसर्न नहीं आता है तब तक चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में कोई न कोई नया वेरिएंट आ ही रहा है। हमें कोरोना के नए-नए वेरिएंट के साथ रहना सीखना होगा, ये वेरिएंट आगे भी आते रहेंगे। हमें अभी भी कोरोना के नियमों का पालन करने की जरूरत है।

स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि सरकार कोरोना स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। संक्रमण दर पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है। वर्तमान में कोरोना के सिर्फ 49 मरीज ही अस्पतालों में भर्ती है।

सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या इतनी कम है कि बिस्तरों को बढ़ाए जाने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है। दिल्ली में मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त है। सरकार आने वाली गंभीर से गंभीर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। दिल्ली सरकार ने हाल ही में 7 नए अस्पताल को बनाने का काम शुरू किया है, जो आने वाले कुछ महीनों में बनकर तैयार हो जाएंगे। इन नए अस्पतालों के बन जाने से दिल्ली में तकरीबन सात हज़ार अन्य बेड बढ़ाए जा सकेंगे।

सावधानी ही हर वेरिएंट से बचाव का तरीका

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सावधानी ही कोरोना के हर वेरिएंट से बचाव का रास्ता है। उन्होंने कहा कि जब भी अपने घर से बाहर जा रहे हों तो मास्क पहनें और हर समय कोविड से संबंधित सभी प्रोटोकाल का पालन करें, जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके।