
Madhya Pradesh मप्र के सिवनी में हुई माब लिंचिंग और खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासनिक मशीनरी पर गाज गिरी है। सिवनी के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया है वहीं खरगोन के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक पर गाज गिरी।
भोपाल, आइएएनएस। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में हुई माब लिंचिंग और खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासनिक मशीनरी पर गाज गिरी है। सिवनी के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया है और जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया गया है तो वहीं खरगोन के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक पर गाज गिरी। खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के एक महीने बाद राज्य प्रशासन ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक (एसपी) और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) का तबादला कर दिया है। बड़ा फेरबदल शनिवार देर रात हुआ। कलेक्टर अनुग्रह पी को दिल्ली में मध्य प्रदेश भवन में एक विशेष कर्तव्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में स्थानांतरित किया गया है। अनुग्रह की जगह रतलाम के जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम होंगे।
जानें, क्या है मामला
वहीं, रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़प में घायल हुए एसपी सिद्धार्थ चौधरी का तबादला भोपाल पुलिस मुख्यालय में किया गया है। सतना एसपी धरम वीर सिंह को खरगोन स्थानांतरित कर दिया गया है। खरगोन एएसपी नीरज चौरसिया को भी पुलिस मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है और मनीष खत्री को जगह दी गई है। खरगोन जिला प्रशासन और पुलिस की स्थिति को नियंत्रित करने में विफलता के लिए आलोचना की गई थी। 10 अप्रैल को खरगोन में रामनवमी पर झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 50 अन्य घायल हो गए थे। पथराव करने वालों और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन द्वारा 55 से अधिक निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया था।
गत दिनों रामनवमी पर हुए उपद्रव के पीड़ितों का दर्द जानने खरगोन पहुंचे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को विरोध का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस नेताओं को दंगा पीड़ित ही नहीं आम कांग्रेसियों ने भी खरी-खोटी सुनाई। कांग्रेस विधायक के कार्यालय के सामने दिग्विजय सिंह, सज्जन सिंह वर्मा और कांग्रेस हाय-हाय के नारे लगे।कांग्रेस के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, मुकेश नायक व राजपुर विधायक बाला बच्चन, पूर्व सांसद गजेंद्र ¨सह राजूखेड़ी और कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष अलीम शेख शामिल थे। इनके साथ खरगोन विधायक रवि जोशी, महेश्वर विधायक डा. विजयलक्ष्मी साधौ और भीकनगांव विधायक झूमा सोलंकी भी मौजूद थीं। प्रतिनिधिमंडल जब शहर के गोशाला रोड पर पहुंचा तो स्थानीय महिलाओं ने खूब खरी-खोटी सुनाई।