नेपाल में गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का किया गया उद्घाटन, देश को मिला विदेश यात्रा के लिए दूसरा एयरपोर्ट

 

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नियमित उड़ानें 12 जून से संचालित की जाएंगी। (फोटो-एएनआइ)

भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर नेपाल में गौतम बुद्ध अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का उद्घाटन किया गया। बता दें कि यह नेपाल का दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जिसे देश में सात दशकों के बाद बनाया गया है।

काठमांडू, एएनआइ। हिमालयी राष्ट्र नेपाल को दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मिल गया है। सोमवार को देश में गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जीबीआइए) का उद्घाटन किया है। यह एयरपोर्ट भगवान बुद्ध के जन्मस्थान लुंबिनी से महज कुछ ही किलोमीटर दूर है। बता दें कि काठमांडू में त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद जीबीआइए विदेश यात्रा के लिए दूसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जो 74 साल के अंतराल के बाद बनाया गया।

भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर

सोमवार को भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर सुबह 7:07 बजे कुवैत से उड़ान भरने वाला जजीरा एयरवेज का विमान पहली बार, व्यावसायिक उड़ान के रूप में उद्घाटन किए गए नए हवाई अड्डे पर उतरा गया। आपको बता दें इस एयरपोर्ट का रनवे 3 हजार मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा बनाया गया है।

नेपाल के विमानन नियामक ने की घोषणा

गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जीबीआइए) के उद्घाटन के बाद नेपाल के विमानन नियामक ने बड़ी घोषणा की है। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएएएन) ने कहा कि है कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की नियमित उड़ानें 12 जून से संचालित की जाएंगी।

नेपाली प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा

इस मौके पर नेपाली प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा ने कहा है कि देश ने जीबीआइए के संचालन के साथ विमानन के क्षेत्र में एक नए युग में प्रवेश किया है। बता दें कि उन्होंने सोमवार को सुबह-सुबह गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (जीबीआइए) के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम देउबा ने दावा किया कि हवाई अड्डा लुंबिनी क्षेत्र में पर्यटन, आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

वहीं गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड ने कहा कि लुंबिनी क्षेत्र के नागरिकों और व्यापारियों की मदद से हवाई अड्डा बनाया गया है। साथ ही संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्री प्रेम अले ने कहा कि हवाई अड्डे के संचालन से देश के विकास में मदद मिलेगी।