280 लोग ठीक होकर हुए डिस्चार्ज, बाकी लोगों का चल रहा इलाज

 

Visakhapatnam gas leak incident: 280 लोग ठीक होकर हुए डिस्चार्ज

विशाखापत्तनम गैस लीक मामले में जांच जारी है। केमिकल व क्लोरीन सैंपल हैदराबाद भेजे गए हैं जहां से एक दो दिन में रिपार्ट मिलने के बाद दोषी की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी यहां के उद्योग मंत्री ने दी।

 विशाखापत्तनम, एएनआइ। गैस  लीक मामले पर अनाकापल्ले जिले के अतचुतापुरम स्पेशल इकोनामिक जोन में सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में उद्योग मंत्री अमरनाथ (Amarnath), प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन एके परिदा (AK Parida), केमिकल इंजीनियर और डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उद्योग मंत्री ने एएनआइ को बताया कि अस्पताल में भर्ती 369 में से 280 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हुए बाकी लोगों का इलाज जारी है।

उन्होंने बताया, ' सरकार ने सरकारी अधिकारियों व विशेषज्ञों के साथ एक ज्वाइंट कमिटी का गठन किया है। कमिटी के सूत्रों के अनुसार 800 लोग इस यूनिट में काम कर रहे थे जहां गैस लीक दुर्घटना हुई। इसके कारण लोग बीमार हो गए।' मंत्री ने आगे बताया, 'हमें संदेह है कि यह लीकेज एयरकंडीशनर से हुआ। हमने केमिकल व क्लोरीन के सैंपल हैदराबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट आफ केमिकल टेक्नोलाजी को भेजा है। रिपोर्ट आज या कल सुबह तक आएगी। एक बार कमिटी की रिपोर्ट आ जाए उसके बाद हम हम अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।' 

अच्युतापुरम में पोरस लेबोरेट्रीज से गैस लीक का असर एसईजेड के भीतर स्थित परिधान इकाई में महसूस किया गया। इसके कारण यहां काम करने वाली महिलाएं आंख में जलन, मतली और उल्टी की शिकायत के बाद तुरंत बेहोश होकर गिर गईं। एसईजेड में परिधान-विनिर्माण इकाइयों को एहतियात के तौर पर तुरंत बंद कर दिया गया और अन्य इकाइयों में काम कर रहे कर्मियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस घटना के बाद पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया। उल्लेखनीय है कि मामले में पुलिस ने जो रिपोर्ट दी उसमें कहा गया यह लीकेज दोपहर करीब 2.15 बजे हुआ। घने धुएं के प्रभाव को कम करने के लिए पानी का छिड़काव करने वाले अग्निशमन कर्मियों द्वारा स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।

घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने जांच के आदेश दे दिए। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को प्रभावितों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए। जगन ने अधिकारियों से भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय करने को कहा। उन्होंने उद्योग मंत्री गुडीवाड़ा अमरनाथ को दुर्घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दिया।