
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने हर घर दस्तक अभियान पार्ट-2 के तहत 31 जुलाई तक 60 साल और उससे ज्यादा उम्र की 4.7 करोड़ से अधिक आबादी को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक देने पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने हर घर दस्तक अभियान पार्ट-2 के तहत 31 जुलाई तक 60 साल और उससे ज्यादा उम्र की 4.7 करोड़ से अधिक आबादी को कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक देने पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक देश में लगभग 13.75 करोड़ वरिष्ठ नागरिकों में से 11.91 करोड़ को 3 जून तक कोविड वैक्सीन की दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं।
यही नहीं 31 जुलाई तक 60 साल और उससे ज्यादा उम्र के 6.67 करोड़ लाभार्थियों को बूस्टर डोज दी जानी है जिनमें से 1.94 करोड़ को यह शॉट दी जा चुकी है। इसके अलावा 1.04 करोड़ लोगों को अभी भी कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी जानी है।
27 राज्यों में 60 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को एहतियाती खुराक का कवरेज राष्ट्रीय औसत 42 प्रतिशत से कम है। इन राज्यों में नगालैंड (13 फीसद), मेघालय (15 फीसद), अरुणाचल प्रदेश (16 फीसद), मणिपुर (19 फीसद), झारखंड (27 फीसद), पंजाब (24 फीसद), महाराष्ट्र (31 फीसद), मध्य प्रदेश (31 प्रतिशत) और असम (29 प्रतिशत) शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि COVID-19 टीकाकरण की गति और कवरेज में तेजी लाने के लिए डोर-टू-डोर अभियान का दूसरा दौर 1 जून को शुरू हुआ। यह दो महीने तक चलने वाला कार्यक्रम है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दूसरी खुराक और 60 साल और उससे अधिक आयु के लोगों को घर-घर जाकर एहतियाती खुराक लगाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है। राज्यों को यह भी सलाह दी गई है कि वे 12 से 18 वर्ष के आयु वर्ग की पूर्ण कवरेज के लिए स्कूल आधारित अभियान आयोजित करें।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के अनुमानित 7.40 करोड़ किशोरों में से, 80 फीसद को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है जबकि 62 प्रतिशत को 3 जून तक दोनों खुराक लगाई जा चुकी है। इसके अलावा, 12 से 14 वर्ष की आयु के अनुमानित 4.71 करोड़ बच्चों में से 73 प्रतिशत को पहली खुराक जबकि 50 प्रतिशत को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। वहीं 12 और उससे अधिक उम्र की 95 प्रतिशत आबादी को पहली जबकि 84 प्रतिशत को दोनों डोज लगाई जा चुकी है।